- पासपोर्ट कैंप के दूसरे दिन 120 लोगों ने लिया ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट

- पहले से काफी आसान हो गया है पासपोर्ट बनवाना, दूर हो गया पब्लिक का कन्फ्यूजन

<- पासपोर्ट कैंप के दूसरे दिन क्ख्0 लोगों ने लिया ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट

- पहले से काफी आसान हो गया है पासपोर्ट बनवाना, दूर हो गया पब्लिक का कन्फ्यूजन

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: भारत सरकार की उदार विदेशी नीति का असर दिखने लगा है। लोगों को विदेश जाने में दिक्कत न हो, इसलिए प्राइमरी स्टेप के तौर पर पासपोर्ट बनवाना काफी आसान होता जा रहा है। लोगों को भले ही इसकी जानकारी नहीं है लेकिन सरकार लगातार पासपोर्ट मामले में लिबरल होती जा रही है। शहर के सर्किट हाउस में लगाया गया दो दिनी पासपोर्ट कैंप इसका जीता-जागता एग्जाम्पल है। पब्लिक ने भी फटाफट रिस्पांस दिया और महज दो दिनों में दो सौ से अधिक लोगों ने ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लिया। ऑफिसर्स की मानें तो पब्लिक की सुविधा के लिए भविष्य में ऐसे और भी कैंप आयोजित किए जाएंगे।

ऑप्शन के तौर पर मौजूद हैं चार पीएसके

पब्लिक को पासपोर्ट आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए गवर्नमेंट ने पिछले ढाई सालों प्रक्रिया में कई बदलाव किए गए हैं। स्टेप बाई स्टेप हुए इन बदलावों के बारे में अभी भी पब्लिक को पूरी जानकारी नहीं है। नतीजतन लोगों को ऑफिसेज के चक्कर काटने पड़ते हैं या दलालों का सामना करना पड़ता है। पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए इलाहाबाद के लोगों के पास केवल कानपुर ही ऑप्शन था, लेकिन अब जिले की पब्लिक के पास चार पीएसके <भारत सरकार की उदार विदेशी नीति का असर दिखने लगा है। लोगों को विदेश जाने में दिक्कत न हो, इसलिए प्राइमरी स्टेप के तौर पर पासपोर्ट बनवाना काफी आसान होता जा रहा है। लोगों को भले ही इसकी जानकारी नहीं है लेकिन सरकार लगातार पासपोर्ट मामले में लिबरल होती जा रही है। शहर के सर्किट हाउस में लगाया गया दो दिनी पासपोर्ट कैंप इसका जीता-जागता एग्जाम्पल है। पब्लिक ने भी फटाफट रिस्पांस दिया और महज दो दिनों में दो सौ से अधिक लोगों ने ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लिया। ऑफिसर्स की मानें तो पब्लिक की सुविधा के लिए भविष्य में ऐसे और भी कैंप आयोजित किए जाएंगे।

ऑप्शन के तौर पर मौजूद हैं चार पीएसके

पब्लिक को पासपोर्ट आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए गवर्नमेंट ने पिछले ढाई सालों प्रक्रिया में कई बदलाव किए गए हैं। स्टेप बाई स्टेप हुए इन बदलावों के बारे में अभी भी पब्लिक को पूरी जानकारी नहीं है। नतीजतन लोगों को ऑफिसेज के चक्कर काटने पड़ते हैं या दलालों का सामना करना पड़ता है। पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए इलाहाबाद के लोगों के पास केवल कानपुर ही ऑप्शन था, लेकिन अब जिले की पब्लिक के पास चार पीएसके ((पासपोर्ट सेवा केंद्र<पासपोर्ट सेवा केंद्र) ) मौजूद हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी शामिल हैं। इनमें से किसी भी केंद्र पर जाकर आसानी से पासपोर्ट बनवाया जा सकता है।

ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लेना बेहद जरूरी

इन केंद्रों पर आवेदन करने से पहले पब्लिक को भारत सरकार विदेश मंत्रालय की वेबसाइट <मौजूद हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी शामिल हैं। इनमें से किसी भी केंद्र पर जाकर आसानी से पासपोर्ट बनवाया जा सकता है।

ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लेना बेहद जरूरी

इन केंद्रों पर आवेदन करने से पहले पब्लिक को भारत सरकार विदेश मंत्रालय की वेबसाइट www.passportindia.gov.in www.passportindia.gov.in ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लेना होगा। प्रॉपर डेट मिलने पर वहां जरूरी कागजात के साथ आवेदन किया जा सकेगा। इतना ही नहीं, वेबसाइट पर महज ख्ब् घंटे के भीतर आप इन्क्वायरी भी चेक कर सकते हैं। जिससे पता चल सकेगा कि आपको पासपोर्ट कब इश्यू होगा। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट सबमिट की या नहीं? इन सभी सवालों के जवाब भी वेबसाइट पर मिल जाएंगे। चारों केंद्रों पर कितने पासपोर्ट मिलने में कितने दिन लगेंगे, यह भी वेबसाइट पर पता चल जाएगा।

पुलिस को देनी होती है ऑनलाइन रिपोर्ट

अक्सर पासपोर्ट मिलने में देरी पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से होती है। तय समय में पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं सबमिट करने पर पब्लिक को थाने के चक्कर काटने पड़ते हैं। सरकार ने इस सिस्टम को भी काफी लिबरल कर दिया है। अब पब्लिक सेवा केंद्र की ओर से पासपोर्ट ग्रांटेड होते ही संबंधित जिले के एसपी या एसएसपी के पास इसकी सूचना पहुंच जाती है। पुलिस को ऑनलाइन ही इसकी रिपोर्ट देनी होती है। रिपोर्ट मिलते ही पासपोर्ट प्रिंट होकर ब्8 घंटे में आवेदक के पास पहुंच जाता है। पुलिस द्वारा ख्8 दिन के अंदर ऑनलाइन रिपोर्ट सबमिट करने पर उसे इंसेंटिव देने का भी प्रावधान रखा गया है।

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हर महीने होते हैं तीन हजार से अधिक आवेदन

दिन-प्रतिदिन पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। जानकारी के मुताबिक यूपी में हर महीने तीन से साढ़े तीन हजार आवेदन होते हैं। इनके निस्तारण का काम भी उसी रफ्तार से किया जा रहा है। पीएसके के अधिकारियों का कहना है कि पासपोर्ट आवेदन के कंडीशन के आधार पर जारी होते हैं। जैसी कंडीशन होगी, वैसे ही डॉक्यूमेंट सबमिट करने होते हैं। भारत सरकार की वेबसाइट पर इसकी पूरी डिटेल मौजूद है। कुछ मामलों में पुलिस रिपोर्ट पासपोर्ट जारी होने के बाद भी सबमिट की जाती है। इसके लिए अलग-अलग कई कैटेगरी निर्धारित की गई हैं। आवेदन के लिए क्भ्00 रुपए फीस निर्धारित की गई है।

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हज पर जाना अब और भी आसान

हज करने वालों के लिए पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया भारत सरकार ने अब और भी आसान कर दी है। 70 साल से अधिक सीनियर सिटीजंस की श्रेणी में आने वाले हजयात्रियों को अब वाकिंग फैसिलिटी दी गई है। यह लोग ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट लेकर अपने एपीओ यानी एडिशनल पासपोर्ट ऑफिसर से सीधे मिलकर आवेदन कर सकते हैं। वाकिंग फैसिलिटी में कुल दस कैटेगरी को स्थान दिया गया है, जिनकी डिटेल वेबसाइट पर मौजूद है। वाकिंग फैसिलिटी वाले आवेदकों के लिए पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया काफी आसान हो जाती है।

हाइलाइटर्स

- पासपोर्ट जारी करने की समयावधि फ्0 से ब्भ् दिन निर्धारित की गई है।

- जिले के आवेदक अब सुविधानुसार लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और कानपुर के पासपोर्ट सेवा केंद्र में अप्लाई कर सकते हैं।

- पुलिस को भी सबमिट करनी होती है ऑनलाइन रिपोर्ट।

- आवेदन करने से पहले भारत सरकार की वेबसाइट पर ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लेना जरूरी होता है।

- सरकार की ओर से दस अलग-अलग कैटेगरी को वाकिंग फैसिलिटी दी गई है।

- समय की बचत के मद्देनजर अब रीजनल पासपोर्ट ऑफिसर के साइन भी पासपोर्ट पर डिजिटल होते हैं।

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क्0क् आवेदकों का हुआ डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन

- सर्किट हाउस में लगाए गए पासपोर्ट कैंप के दूसरे व अंतिम दिन रविवार को कुल क्0क् आवेदकों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कर पासपोर्ट बनाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए। हालांकि कुल क्फ्0 आवेदकों ने ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट लिया था। इसी तरह शनिवार को कुल क्ख्0 ने आवेदन किया था और इनमें से क्0म् का पासपोर्ट बनाने का आदेश जारी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पहला कैंप फरुखाबाद में लगाया गया था और दूसरा इलाहाबाद में लगा है। इस तरह का कैंप लगाकर लोगों को उनके जिले में ही आवेदन की सुविधा दी जा रही है। इन लोगों को दूसरे शहर के केंद्रों में जाकर आवेदन करने से निजात मिल गई है। सरकार के निर्देश पर भविष्य में भी कैंप का आयोजन किया जाएगा।

-गवर्नमेंट दिन-प्रतिदिन पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया का सरलीकरण करती जा रही है। यही कारण है कि जिलेवार पासपोर्ट कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। लोगों को दलालों से बचाने और जागरुक करने के लिए वेबसाइट और कैंप के माध्यम से पूरी जानकारी दी जाती है। पब्लिक सुविधानुसार अपने मनपसंद पीएसके में जाकर आवेदन कर सकती है।

एमपी जायसवाल, एडिशनल पासपोर्ट ऑफिसर, लखनऊ