बलुआघाट चौराहे का नाम बदलने से नाराज लोगों ने फूंका पुतला, किया विरोध

लगाए गए गुरु महर्षि सुदर्शन महाराज चौराहा के बोर्ड को पब्लिक ने हटवाया

ALLAHABAD: नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने पुराने शहर के बलुआघाट चौराहे का नाम बदल कर सुदर्शन महाराज चौराहा कर दिया है। इस परिवर्तन को लेकर लोगों में खासी नाराजगी है। शनिवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने चौराहे पर सुदर्शन महाराज चौराहा के नाम का बोर्ड लगाया तो स्थानीय लोग गुस्से से उबल पड़े। विरोध व हंगामा करते हुए लोगों ने उस बोर्ड हटवा दिया। वहीं पब्लिक के साथ ही क्षेत्रीय पार्षद की स्वीकृति के बगैर चौराहे का नाम बदलने का आरोप लगाते हुए मेयर अभिलाषा गुप्ता का पुतला फूंक कर भड़ास निकाला।

अचानक कैसे बदल दिया गया नाम

मेयर का पुतला फूंकने वालों का कहना था कि बरुवा बाबा शंकर जी के नाम से चौराहे को बलुआघाट बोला जाता है। जिसे पूरा शहर जानता है। यहां विशेष तिथि पर लाखों लोगों की भीड़ जुटती है। कई पीढ़ी इसे बलुआघाट चौराहे के नाम से जानती है। अचानक इस चौराहे का नाम बदलना ठीक नहीं है। वहीं पार्षद सतीश केसरवानी ने भी आरोप लगाया कि चौराहे का नाम बदल दिया गया और क्षेत्रीय पार्षद को भी जानकारी नहीं दी गई।

रिकार्ड में नहीं है बलुआ घाट नाम

इस संबंध में मेयर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि बरुवा महाराज के नाम पर बरुवा घाट का नाम रिकार्ड में दर्ज है। जहां लोग स्नान करते हैं। चौराहे को बलुआ घाट चौराहा कहा जाता है, जहां बालू का काम होता था। रिकार्ड में बलुआघाट चौराहे के नाम से किसी सड़क का नाम दर्ज नहीं है। हेला समाज के लोगों ने मांग की थी बलुआ घाट के पास हमारे समाज के लोग रहते हैं। इसलिए चौराहे का नाम सुपच्य सुदर्शन महाराज के नाम से किया जाए। रिकार्ड में देखा गया तो बलुआघाट चौराहे के नाम से कोई रिकार्ड नहीं मिला। इसलिए सुदर्शन महाराज के नाम से सड़क का नाम रखा गया। नगर निगम कमेटी की संस्तुति पर सड़क का नामकरण किया गया है।