प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आखिरकार एसटीएफ उस रवि अत्री तक पहुंच ही गई, जिसने पुलिस भर्ती का पेपर लीक कराया था। एसटीएफ ने पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले रवि अत्री को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने रवि अत्री को खुर्जा बस स्टैण्ड के पास से गिरफ्तार किया गया है। इस प्रकरण में राजीव नयन मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ को पूरे गैंग के बारे में जानकारी हो गई थी। रवि अत्री वो आखिरी शख्स है, जिसने पेपर लीक कराया था। और अब इसकी भी गिरफ्तारी हो गई है।

दिल्ली में बना रखा था ठिकाना
गौतमबुद्ध नगर के जेवर थाना क्षेत्र के नीमका गांव का रहने वाला रवि अत्री अब करोड़पति है। पेपर लीक कराकर उसने करोड़ों रुपये कमाए। इन रुपये से उसने दिल्ली में हामपुर पटेल नगर में करोड़ों की बिल्डिंग खरीदी। जिसमें वह राजसी ठाठ बाट के साथ रहता था।

नहीं बन सका डाक्टर
बात 2006 की है। गौतमबुद्ध नगर के श्रीराम इंटर कालेज थोरा से रवि अत्री ने इंटर की परीक्षा पास की। इसके बाद वह राजस्थान कोटा में मेडिकल की तैयारी के लिए पहुंचा। रवि अत्री ने वहां पर एक कोचिंग सेंटर में एडमीशन लिया। पढऩे में तेज रवि अत्री को उसके घरवालों ने मेडिकल की तैयारी के लिए भेजा था। मगर वह पेपर लीक माफिया बन गया। पढऩे में तेज रवि अत्री साल्वर के रोल में आ गया। वह नकल माफिया के सम्पर्क में आ गया। इसके बाद साल्वर बनकर परीक्षाओं में बैठने लगा। 2012 में रवि ने एमपीएमटी परीक्षा पास की। इसके बाद उसका दाखिला पीजीआईएमएस रोहतक हरियाणा हो गया। वर्ष 2018 में उसने थर्ड इयर की परीक्षा पास की। इसके बाद उसने परीक्षा नहीं दी।

कई बार जा चुका जेल
रवि अत्री कई बार जेल जा चुका है। 2012 में नीट पीजी की परीक्षा का पेपर लीक हुआ था। इस मामले में रवि को दिल्ली दरियाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जेल भेजा था। इसी दौरान एसबीआई की परीक्षा का पेपर लीक कराने में दिल्ली के शाहाबाद थाने से जेल भेजा गया था। 2015 में एआईपीएमटी का पेपर आउट कराने में थाना पीजीआई रोहतक पुलिस ने रवि को उसके साथियों के साथ जेल भेजा था।

आरओ, एआरओ पेपर लीक का सूत्र मिला
रवि अत्री ने पूछताछ में बताया कि आरओ, एआरओ का पेपर बिहार मधुबनी के सुभाष प्रकाश ने राजीव नयन मिश्रा को व्हाट्स एप पर भेजा था। इसके बाद इन लोगों ने अहमदाबाद के विक्रम पहल उर्फ हवलदार और लखनऊ में डा.शरद
को पेपर भेजा। विक्रम बहल ने गाजियाबाद में बीस अभ्यर्थियों को पेपर रटवाया। लखनऊ में डा.शरद ने कई अभ्यर्थियों को पेपर रटवाया।

12 केस हो चुके हैं दर्ज
पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में वाराणसी, झांसी, आगरा, कानपुर, बरेली, गाजियाबाद, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, हाथरस, नोएडा, बलिया में 12 कराया गया है। इन सभी मामलों की जांच एसटीएफ कर रही है।

राजीव ने तैयार किया था नेटवर्क
पुलिस भर्ती परीक्षा मामले में पेपर देने का पूरा नेटवर्क राजीव नयन मिश्रा ने तैयार किया था। रवि अत्री ने कंपनी के ट्रंक से पेपर निकाला था। इसके बाद राजीव नयन ने उस पेपर को विक्रम बहल, मोनू ढाकला, विक्रम दहिया, महेंद्र शर्मा, गौरव चौधरी, मोनू पंडित, सतीश धनकड़, धीरज, अमित सिंह, पुष्कर पांडेय, संजय कुशवाहा, कामेश्वर मौर्या, अजय जायसवाल, अजीत चौहान को दिया था। इन लोगों ने अपने सम्पर्क में रहने वाले अभ्यर्थियों को पेपर दिया।