ई हॉस्पिटल बनाने में जुटी सरकार, सबकुछ होगा ऑनलाइन

-नहीं चल पाएगी मनमानी, मरीजों को होगा फायदा

ALLAHABAD: डॉक्टरों और स्टाफ की मनमानी के लिए फेमस एसआरएन हॉस्पिटल की व्यवस्था जल्द ही पटरी पर आएगी। इसके लिए सुधार की शुरुआत हो चुकी है। हॉस्पिटल को पूरी तरह से ई-हॉस्पिटल में बदला जा रहा है। इसके बाद अटेंडेंस से लेकर मरीजों की जांच तक का हिसाब ऑनलाइन होगा। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी मुहैया होंगी। यह कदम लगातार मिल रही एमएलएन मेडिकल कॉलेज की शिकायतों को देखते हुए प्रदेश सरकार उठाने जा रही है।

साल के अंत तक पूरा होगा काम

प्रदेश सरकार एमएलएन मेडिकल कॉलेज और एसआरएन हॉस्पिटल को ई सिस्टम लागू करने जा रही है। जिसके तहत डॉक्टर्स की अटेंडेंस, दवा की उपलब्धता, स्टाफ की उपस्थिति, पैथोलाजी की जांच की रिपोर्ट, सरकार का बजट, मरीजों की भर्ती रिपोर्ट, ओपीडी समेत तमाम डाटा ऑनलाइन हो जाएंगे। इसके बाद मरीजों का अहित नही होगा। यहां तक कि मरीजों की केस हिस्ट्री को भी ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। अभी यह सिस्टम नही है, जिससे आए दिन मरीजों को सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ता है।

मरीजों को मिलेंगी सस्ती दवाएं

इतना ही नही, एसआरएन हॉस्पिटल में दवाओं की उपलब्धता भी काफी कम दामों में होगी। इसके लिए सरकार अमृत फार्मेसी योजना के तहत यहां मेडिकल स्टोर खोलने जा रही है। जिसमें मरीजों को जरूरी दवाएं 50 से 90 फीसदी डिसकाउंट तक मिलेंगी। बता दें कि यह योजना पूरी तरह सेंट्रल गवर्नमेंट की है और इसका लाभ प्रदेश के बड़े सरकारी हॉस्पिटल्स के मरीजों को मिलेगा।

एक छत के नीचे होंगी तमाम सुविधाएं

एसआरएन हॉस्पिटल में तमाम मरीजों के लिए कॉमन प्लेस विकसित होने जा रहा है। जहां सभी सुविधाएं एक छत के नीचे होंगी। मरीज और परिजनों के लिए बैठने का स्थान, कैंटीन, एटीएम, वाटर कूलर, व्हील चेयर आदि यही उपलब्ध हो जाएंगी। सफाई को चाक चौबंद करने के लिए आधुनिक मशीनें और यूज होने वाले केमिकल भी हाई क्वालिटी के दिए जाने हैं। डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए गेस्ट फैकल्टी की भर्ती भी की जानी है।

एसआरएन हॉस्पिटल को ईहॉस्पिटल में तब्दील किया जा रहा है। इस साल के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद मरीजों को तमाम सुविधाएं मिलेंगी। किसी की मनमानी नही चलेगी।

आशुतोष टंडन,

प्रभारी मंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री उप्र