बारा तहसील दिवस में अवैध खनन की शिकायत पर घूरपुर थानाध्यक्ष भी रहे निशाने पर

सबसे ज्यादा राजस्व वि विकास विभाग से परेशान नजर आए लोग

BARA ( 2 NOV, JNN ): बारा तहसील के तहसील दिवस में डीएम संजय कुमार के सामने कुल 201 शिकायतें पहुंची। इनमें से 33 मामलों का निस्तारण मौके पर ही किया गया। शेष 168 शिकायतों को निस्तारित करने का निर्देश जिलाधिकारी ने अफसरों को दिया है। निस्तारण में देरी पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ वे कार्रवाई करेंगे। अवैध खनन की शिकायत पर डीएम थानाध्यक्ष लालापुर को फटकार लगाते हुए सुधरने की चेतावनी दी। घूरपुर थानाध्यक्ष की भी शामत ही थी, पर वे मेला ड्यूटी में होने की वजह से तहसील दिवस में मौजूद नहीं थे।

33 मामले निस्तारित 168 शेष

जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्रों में सबसे ज्यादा समस्याएं राजस्व विभाग की हैं। राजस्व विभाग से जुड़े कुल 77 प्रार्थना पत्र फरियादियों ने डीएम को दी। तहसील दिवस में यह बात साफ नजर आई कि राजस्व विभाग से ही नहीं, लोग विकास से जुड़े अधिकारियों से भी परेशान हैं। किसी ने वृद्धा, विधवा व विकलांग पेशन न मिलने व रुकने की शिकायत की, तो कोई पात्र होने के बाद भी शौचालय व आवास न मिलने परेशान रहा। विकास विभाग से जुड़ी कुल 36 शिकायतें डीएम के पास पहुंचीं। लोगों को परेशान करने के मामले में बदनाम पुलिस का चेहरा भी तहसील दिवस में बेनकाब हुआ। फरियादियों के जरिए पुलिस से जुड़ी कुल 18 शिकायतें दी गई। जिनमें जमीन कब्जाने से लेकर शिकायत पर दबंगों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने, रिपोर्ट न लिखने जैसे आरोप लगाए गए हैं।

फरियादियों का लगा रहा तांता

विद्युत की समस्या से जुड़ी 10 व लोकनिर्माण विभाग के खिलाफ छह शिकायतें डीएम को प्राप्त हुई। सिंचाई व आपूर्ति विभाग से जुड़ी 12-12 शिकायतें तहसील दिवस में की गई। जलनिगम से दो, नगरपंचायत व निर्वाचन से जुड़ी 1-1 समस्याएं सामने आई। जबकि मामलों से जुड़े कुल 19 मामलों की शिकायतों लोगों ने डीएम से की। शिकायतों से जुड़े विभागों के अधिकारियों को डीएम ने प्राप्त समस्याओं के निस्तारण का निर्देश दिया। लालापुर एवं घूरपुर थाना क्षेत्रों में यमुना में बालू के अवैध खनन का मामला भी यहां प्रकाश में आया। डीएम ने फौरन लालापुर थानाध्यक्ष स्वास्तिक द्विवेदी को फटकार लगाते हुए खनन बंद कराने का निर्देश दिया। घूरपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह की किस्मत अच्छी थी कि वे यमद्वितीया पर लगे मेले में गए हुए थे।