रोजाना दहाई संख्या में आ रहे मरीजों ने बढ़ाई चिंता
कोटवा में बढ़ाए जाएंगे दस बेड, दो सौ बेड का है एसआरएन
जिस तेजी से शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे स्वास्थ्य विभाग को जल्द ही इलाज के नए आप्शन तलाशने पड़ सकते हैं। हालांकि विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है। कोटवा में जगह नही होने पर मरीजों को रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि हालांकि अभी कोटवा हॉस्पिटल में ही दस बेड अतिरिक्त बढ़ाने की तैयारी चल रही है।
70 बेड का होगा कोटवा
वर्तमान में कोटवा हॉस्पिटल में 40 से अधिक मरीज भर्ती हैं।
जिस रफ्तार से रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ रही है वह वाकई चिंता का विषय है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इस हॉस्पिटल को दस बेड बढ़ाकर 70 बेड का करने का फैसला किया है।
यहां पर माइल्ड लक्षण वाले मरीजों को रखा जाता है।
माडरेट मरीजों के लिए बेली हॉस्पिटल और सीवियर पेशेँट के लिए एसआरएन हॉस्पिटल को बनाया गया है।
कोविड केयर सेंटर की तरह करेगा काम
रेलवे हॉस्पिटल को सौ बेड का बनाया गया है।
यह कोविड केयर सेंटर की तरह काम करेगा।
यहा बिना लक्षण वाले मरीजों को रखा जाएगा।
उनकी देखभाल कर दस दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
हल्के लक्षण वालों को तब कोटवा में रखा जाएगा।
कोरोना के मरीजों की रफ्तार कम नही हुई तो स्वास्थ्य विभाग को इसी ट्रैक पर काम करना होगा।
इसके अलावा फाफामऊ होमियोपैथी हॉस्पटल और यूनानी हॉस्पिटल को भी कोविड केयर सेंटर की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है।
दस दिन में आए 137 मरीज
जिले में कोरोना के मरीजों की रफ्तार थमने का नाम नही ले रही है।
बीते दस दिन इसके जिम्मेदार माने जा सकते हैं।
देखा जाए तो इस पीरियड में 137 नए मरीजों ने दस्तक दी है।
जानिए कब आए कितने मरीज
डेट मरीजों की संख्या
3 जुलाई 31
2 जुलाई 16
1 जुलाई 10
कोटवा में शनिवार को 50 से अधिक मरीज थे। इनमें से 9 को घर भेज दिया गया। संख्या तो घटी है लेकिन रोजाना फिर से नए मरीज बड़ी संख्या में आ रहे हैं। कोटवा फुल होता है तो रेलवे हास्पिटल में मरीज भर्ती होंगे।
डॉ। वीके मिश्रा,
नोडल अधिकारी, कोटवा हॉस्पिटल