PRAYAGRAJ: Ram Mandir Bhumi Pujan: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण में शामिल होने और संगम नगरी समेत कुल 19 जिलों की मिट्टी व जल लेकर विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री शुक्रवार को प्रयागराज से अयोध्या के लिए रवाना हो गए। भूमि पूजन में तीर्थराज प्रयाग के जल और मिट्टी के साथ ही काशी प्रांत के 19 जिलों की मिट्टी और जल भेजा गया है। विहिप के संगठनमंत्री मुकेश कुमार व धर्माचार्य प्रमुख शंभू के साथ ही कई अन्य कार्यकर्ता भी अयोध्या के लिए संगम नगरी से रवाना हुए हैं।

किन्नर अखाड़ा समेत कई अन्य कार्यकर्ता भी पहुंचे

इस मौके पर विदाई देने के लिए संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त किन्नर अखाड़ा प्रयाग की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही सुखद घड़ी है। उम्मीद है जल्द ही श्रीराम का भव्य मंदिर तैयार होगा। कोरोना का संक्रमण कम होने पर हम सब अयोध्या भी पूजन-दर्शन के लिए पहुंचेंगे। अभी सभी लोग अपने घरों में रहकर प्रार्थना करें और पांच अगस्त को दीपोत्सव मनाएं। इस अवसर पर विहिप कार्यालय प्रमुख सुनील सिंह, शंकर देव त्रिपाठी, अनिल पांडेय, अमित पाठक, गौरव जायसवाल, आशुतोष श्रीवास्तव, दुर्गेश सिंह, अभिमन्यु शाही आदि मौजूद रहे।

2013 से अब तक के माघ मेले का एकत्र जल भी सौंपा

केसर भवन से संगम नगरी की मिट्टी व जल लेकर रवाना होने वाले लोगों के जाने से पहले सोहबतियाबाग निवासी राकेश श्रीवास्तव ने केसर भवन पहुंचकर 2013 से अब तक के प्रत्येक माघ मेले में एकत्र किया गया जल भी विहिप के पदाधिकारियोंको सौंपा। उन्होंने कहा कि 2013 और 2019 के कुंभ का जल भी इसमें शामिल है। यह उनके लिए बहुत की खुशी का पल है।

जुटाई गई 19 जिलों की मिट्टी व जल

भूमि पूजन कार्यक्रम में संगम की मिट्टी और जल के साथ ही भारद्वाज मुनि आश्रम की मिट्टी, श्रृंगवेरपुर के गंगा घाट से जल भी भेजा गया है। इसके साथ ही कौशांबी, मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र, रेनुकूट, काशी, चंदौली, सैदपुर, गाजीपुर, जौनपुर, मछलीशहर, प्रतापगढ़, कुंडा, अमेठी, सुल्तानपुर की मिट्टी पूजन के लिए भेजी गई है। इसके साथ ही काशी विश्वनाथ का भभूत व कई अन्य मंदिर व मठों की मिट्टी और जल भी भेजा गया है।

मंदिर निर्माण पर राजनीति न हो

किन्नर अखाड़ा प्रयागराज की पीठाधीश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरि (टीना मां) ने केसर भवन में कहा कि अयोध्या में मंदिर निर्माण सनातन धर्मियों के लिए आस्था का प्रतीक है। इसके निर्माण को लेकर किसी भी दल को राजनीति से बाज आना चाहिए। खासकर भाजपा को इससे बचने की नसीहत दी। इस मौके पर किन्नर अखाड़ा की परी, शोभा, आशा, अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के मुख्य प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष पं राजीव कुमार पांडेय, हरिश्याम मानव कल्याण शिक्षा एवं शोध संस्थान के सचिव राजीव मिश्रा भी मौजूद रहे।

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