डायरेक्टर डॉ। एके बंसल की हत्या से जीवन ज्योति हॉस्पिटल की चिकित्सा व्यवस्था लड़खड़ाई

तीन मरीजों की मौत से अन्य में हड़कंप, हॉस्पिटल से पलायन को विवश हुए मरीज

ALLAHABAD: अपनी जान बचाने के लिए जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती हुए मरीजों के लिए शुक्रवार का दिन मुसीबतों भरा गुजरा। हॉस्पिटल निदेशक डॉ। एके बंसल की हत्या के बाद हॉस्पिटल का कामकाज पूरी तरह ठप रहा जिससे इन मरीजों का हालचाल लेने न तो कोई डॉक्टर आया न ही नर्स। इससे मरीजों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। बहुत से मरीजों का ऑपरेशन होना था लेकिन वह इंतजार करते रहे। इस दौरान तीन मरीजों की मौत हो गई और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। कुछ परिजनों ने जबरन दबाव बनाकर अपने मरीजों को रेफर कराकर दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया। फिलहाल, घटना के बाद से हॉस्पिटल के हालात मिनट दर मिनट बदतर होते जा रहे हैं।

जिंदगी की आस, नसीब हुई मौत

जानकारी के मुताबिक हार्ट अटैक के चलते राजरूपपुर के महेश तिवारी, मंझनपुर कौशांबी के रामसुमिरन व पूरामुफ्ती की शैलजा को कई दिन पहले जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को देखभाल और उचित इलाज के अभाव में इनकी जान चली गई। बता दें कि शुक्रवार को लगभग एक दर्जन ऑपरेशन होने थे लेकिन डॉ। बंसल की हत्या के बाद एक को भी अंजाम नहीं दिया जा सका। कौशांबी के सराय अकिल थानाक्षेत्र के रहने वाले दो साल के वैस को उनके परिजन रेफर कराकर ले गए। इसी तरह झूंसी की कमला देवी, किडनी में पथरी का इलाज कराने आये करछना के मोबीन, पेट दर्द से पीडि़त मांडा की बेबी, मेजा के सुखीराम, नैनी के बिहारी समेत दो दर्जन से अधिक मरीज उचित इलाज नहीं मिलने पर दूसरे हॉस्पिटल चले गए।

दोपहर बाद सुविधाएं, रहीं नाकाफी

हालांकि, बड़ी घटना होने के बावजूद हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से मरीजों की देखभाल के लिए दोपहर बाद डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई गई लेकिन वह नाकाफी साबित हुई। इस दौरान कई गंभीर मरीजों की हालत शाम होते तक चिंताजनक बनी हुई थी। आईसीयू में भर्ती पीपलगांव निवासी इंद्रपाल के दो माह के बच्चे का इलाज शुक्रवार को लगभग ठप रहा। गैस से पीडि़त चित्रकूट राम प्रसाद को देखने कोई नही पहुंचा तो कौशांबी निवासी सोहनलाल की ड्रेसिंग करने के लिए भी स्टाफ नही पहुंचा था। मिर्जापुर के सूर्य कुमार, पट्टी प्रतापगढ़ के गणेश कुमार के परिजन भी इलाज के लिए डॉक्टरों को ढूंढते रहे। बता दें कि गुरुवार रात हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। एके बंसल की चैंबर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

इन्होंने गंवाई जान

महेश तिवारी, राजरूपपुर

रामसुमिरन, मंझनपुर

शैलजा, पूरामुफ्ती