कार्रवाई में जुटी ट्रैफिक पुलिस चौक, जानसेनगंज एरिया में लोगों की मजबूरी पर नहीं दे रही ध्यान
तीन दिन में 120 से अधिक वाहनों का काट दिया चालान
ALLAHABAD: ट्रैफिक पुलिस दो दिनों से एक्शन मोड में है। कटरा, जानसेनगंज, चौक, घंटाघर मार्केट में रोड पर जो भी गाडि़यां खड़ी मिली रही हैं, उनका चालान काटा जा रहा है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट की इस कार्रवाई से लोगों में हड़कंप है।
पार्किंग का कौन करेगा इंतजाम
कटरा हो या जानसेनगंज चौक एरिया। मार्केट तो काफी दूर तक फैले हुए हैं। लेकिन, पूरे मार्केट एरिया में व्हीकल पार्क करने का कोई इंतजाम नहीं है। इलाहाबाद का सबसे बड़ा इलेक्ट्रानिक मार्केट इसी एरिया में है। रोज हजारों लोग यहां मार्केटिंग करने आते हैं। पार्किंग व्यवस्था न होने की वजह से रोड या पटरी पर ही व्हीकल पार्क करना उनकी मजबूरी है।
ऐसे हो सकती है पार्किंग व्यवस्था
पार्किंग और जाम की समस्या से छुटकारा कैसे मिलेगा? इस सवाल पर पर जानसेनगंज एरिया के लोगों व दुकानदारों ने कई सुझाव भी दिया। पार्षद सत्येंद्र चोपड़ा ने कहा कि जानसेनगंज व घंटाघर, चौक एरिया कंजस्टेड है। एडमिनिस्ट्रेशन चाहे तो स्टेट लैंड पर एबीआईसी इंटर कॉलेज के मैदान के कुछ हिस्से को पार्किंग के रूप में डेवलप कर सकता है। रामबाग स्थित सेवा समिति विद्या मंदिर का मैदान भी स्टेट लैंड है। इसका भी इस्तेमाल पार्किंग के लिए हो सकता है। घंटाघर में संजय गांधी मार्केट के बेसमेंट में भी पार्किंग की व्यवस्था हो सकती है।
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कब्जे पर जुर्माने से बनेगी बात
व्यापारी रामजी कपूर ने कहा कि जानसेनगंज से चौक तक सैकड़ों दुकानदारों ने रोड व पटरी पर इंक्रोचमेंट कर रखा है। आए दिन की कार्रवाई के बाद भी उन पर कोई असर नहीं हो रहा है। अगर पुलिस-प्रशासन इन इंक्रोचमेंट करने वाले व्यापारियों पर 100 रुपये स्क्वायर फीट के हिसाब से जुर्माना शुरू कर दे, तो अपने आप इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
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सही है कि जानसेनगंज, घंटाघर, चौक एरिया में रोड पर गाडि़यां पार्क होने से जाम लगता है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि आखिर पब्लिक व्हीकल पार्क करे तो कहां। पूरे एरिया में कहीं भी पार्किंग का इंतजाम नहीं है। पहले पार्किंग का इंतजाम किया जाए। फिर कार्रवाई करें।
सत्येंद्र चोपड़ा
पार्षद
पुराने शहर में कहीं भी ट्रैफिक मैनेजमेंट की कोई व्यवस्था नहीं है। केवल खानापूर्ति होती है। सिस्टम सही हो जाए, तो पब्लिक मनमानी नहीं कर सकती है। लोग खुद ही उसका पालन करने लगेंगे।
शिव वाष्र्णेय
व्यापारी
रोड पर व दुकानों के बाहर गाडि़यां खड़ी होने से दिक्कत होती है। लेकिन, पब्लिक भी क्या करे। आखिर लोग गाड़ी कहां पार्क करें। इस समस्या पर भी गाडि़यों के खिलाफ कार्रवाई करने वालों को सोचना चाहिए।
हिमांशु
पुराने शहर में लगने वाले जाम के लिए पब्लिक, व्यापारी और सिस्टम तीनों दोषी है। जानसेनगंज से चौक तक जब वन-वे सिस्टम लागू है तो फिर उसका पालन क्यों नहीं होता है। वन वे सिस्टम लागू हो जाए और रोड से ठेला व कार वालों को हटा दिया जाए तो बाईक पार्किंग के लिए काफी स्पेस निकल आएगा।
राम जी कपूर
व्यापारी
कार्रवाई और अभियान केवल वसूली का टार्गेट पूरा करने तक ही सीमित रहता है। पब्लिक की समस्याओं के निराकरण से किसी का कोई लेना-देना नहीं है। अगर गाडि़या सही तरीके से खड़ी हों तो कोई दिक्कत ही न हो।
अब्दुल सलाम
जब लखनऊ के हजरतगंज, अमीनाबाद जैसे व्यस्त एरिया में मेट्रो चल सकती है, मार्केट डेवलप हो सकता है तो फिर पुराने शहर के चौक व घंटाघर एरिया में पार्किंग का इंतजाम क्यों नहीं हो सकता है।
रामेश्वर लाल
व्यापारी
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व्यापारियों की शिकायत पर ही कार्रवाई
एसपी ट्रैफिक निहारिका शर्मा से पूछा गया कि रोड पर खड़ी गाडि़यों का चालान तो काटा जा रहा है, लेकिन लोग गाडि़यां पार्क कहां करें, क्या इसका कोई इंतजाम किया गया है? तो उन्होंने कहा कि शहर के व्यापारियों की ओर से लगातार शिकायत आ रही थी कि सड़क पर गाड़ी पार्क करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसीलिए अभियान की शुरुआत की गई है। दो दिन के अभियान में ही विरोध शुरू हो गया। ट्रैफिक डिपार्टमेंट का काम ट्रैफिक व्यवस्था बनाना है। पार्किंग की जिम्मेदारी नगर निगम की है। पब्लिक और दुकानदार इंक्रोचमेंट व जाम के लिए ज्यादा जिम्मेदार हैं।
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फाड़कर लौटा दिया चालान
मंगलवार को कटरा इलाके में अभियान चलाया गया था। यहां रोड पर पार्क एक टैंकर को पकड़ा गया। टीआई ने चालान काटा तो व्यापारियों ने चालान फाड़ दिया और टीआई के साथ अभद्रता की। अब टै्रफिक पुलिस आखिर करे तो क्या करे। कार्रवाई करती है तो हल्ला मचता है, कार्रवाई नहीं होती तो भी हल्ला मचता है।