जौनपुर में होनी थी डेलीवर

एसटीएफ डिप्टी एसओ प्रवीन सिंह चौहान ने बताया कि तमिलनाडु से एक ट्रक प्याज लेकर ट्रक मालिक धनराज और उसका साथी मुनियन चला था। माल जौनपुर में सप्लाई करना था। बैंगलुरु होते हुए इलाहाबाद ट्रक पहुंचा और फिर यहां से जौनपुर के लिए आगे बढ़ रहा था। सात अक्टूबर की रात में धनराज और मुनियन जौनपुर की तरफ आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान वो एक ढाबे पर रुके और रात में डिनर किया। इस दौरान वहां ढाबे पर मौजूद कुछ बदमाशों की नजर उनकी गाड़ी पर पड़ गई।

 गोली मार दी और फेंक दिया

एसटीएफ की मानें तो बदमाशों ने रात में कार से ट्रक का पीछा किया। मुंगराबादशाहपुर पुलिस स्टेशन एरिया में उन्होंने ट्रक को ओवरटेक करके गाड़ी रोक दी। गन प्वाइंट पर लेते हुए धनराज और मुनियन को बंधक बना लिया और उन्हें नशीला पदार्थ खिला दिया। दोनों अचेत हो गए। फिर उन्हें रास्ते में मार कर फेंक दिया। मुनियन को गोली मार कर उसकी बॉडी सुल्तानपुर डिस्ट्रिक्ट में फेंक दी। 8 अक्टूबर की सुबह मुनियन की बॉडी पुलिस को मिली। 9 अक्टूबर की सुबह धनराज की बॉडी जौनपुर डिस्ट्रिक्ट में मिली।

प्याज बेचने के चक्कर में खुला राज

एसटीएफ की मानें तो बदमाश सुल्तानपुर में 16 टन प्याज को केवल ढाई लाख रुपए में बेचने के लिए कस्टमर की खोज करने लगे। लेकिन वहां के व्यापारियों को कुछ शक हो गया तो उन्होंने माल खरीदने से मना कर दिया। अब बदमाश प्रतापगढ़ और इलाहाबाद में प्याज के लिए कस्टमर सर्च करने लगे। इस दौरान एसटीएफ को एक मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ बदमाश लूट का माल यहां बेचने जा रहे हैं। एसटीएफ की टीम बदमाशों को दबोचने में जुट गई।

लोकेशन नवाबगंज

बदमाशों की लोकेशन नवाबगंज एरिया में मिली। एसटीएफ ने नवाबगंज एसओ धर्मेन्द्र यादव के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाया और वेडनसडे इवनिंग प्याज खरीदने के चक्कर में जाल बिछाया। सटीक सूचना के आधार पर एसटीएफ ने नवाबगंज एरिया से दो बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से लुटा हुआ प्याज भरा ट्रक भी मिल गया।

बेहद खतरनाक है बदमाश

एसटीएफ ने बताया कि प्रतापगढ़ का रहने वाला मोहम्मद फिरोज और जौनपुर के कैलाश यादव को दबोच लिया गया। उनके पास से तमंचा, कारतूस और लूट की एक बोलेरो मिली है.एसटीएफ ने खुलासा कि बदमाशों का गैंग बहुत बड़ा है। बोलेरो को भी बदमाशों ने किसी युवक को अधमरा करके लूटा था। इसके अलावा हाईवे पर कई गाडिय़ों की लूट का मामला भी प्रकाश में आया है। इस ऑपरेशन में इंस्पेक्टर नवेन्दु सिंह, एसआई केशव राय, एसआई अतुल सिंह कांस्टेबल विजय और मोअज्जम ने मुख्य भूमिका निभाई।