प्रयागराज (ब्‍यूरो)। इस बार लोक सभा के चुनाव में वोटरों की संख्या पिछले इलेक्शन से अधिक होगी। प्रशासनिक मेहनत और जन जागरूकता की बदौलत वोटर तो बढ़ गए हैं। मगर, मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन को सूर्य देव की तपिश का सामना करना पड़ेगा। निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान की डेट 25 मई फिक्स की गई है। मई महीने में आसमान से आग की तरह बरस रही लपटों के बीच घंटों लाइन में लग कर वोट डालना मतदाताओं के लिए आसान नहीं होगा। राजनीतिक पंडितों की मानें तो ऐसी स्थिति में लोगों को मतदान के लिए मोटिवेट करके वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना बड़ा चैलेंज होगा। इसके लिए जिम्मेदारों को अभी से ही भगीरथ प्रयास करने होंगे।

मई में होगी कपार फाडऩे वाली धूप
लोक सभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस राजनीतिक बिगुल के बजते ही जिले में गर्मी के साथ सियासी पारा भी चढऩे लगा है। जिला प्रशासन पूरी कोशिश में है कि मतदान का प्रतिशत बढ़े। इसकी सफलता को समझने के लिए वर्ष 2019 में हुए लोक सभा के चुनावी परिणामों पर गौर करना होगा। कुछ राजनीतिज्ञ मर्मज्ञ बताते हैं कि पिछले लोक सभा चुनाव में वोटरों की संख्या करीब 44 लाख 91 हजार 886 मतदाता थी। मतदान के दिन इसमें से करीब 22 लाख 61 हजार 605 वोटरों में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। ऐसी स्थिति में संसदीय निर्वाचन क्षेत्र फूलपुर और इलाहाबाद की दोनों सीटों पर मतदान का प्रशित करीब 50.35 ही रहा। इस बार यानी 2024 में होने जा रहे लोक सभा चुनाव में 25 मई को दोनों सीटों पर मतदान होगा। जिला निर्वाचन कार्यालय से जुड़े सूत्रों द्वारा बताए जा रहे 23 जनवरी 2024 के अंतिम प्रकाश की लिस्ट पर गौर करें तो वोटरों की संख्या पिछले चुनाव से बढ़ कर 46 लाख 64 हजार 519 हो गई है। अभी मतदाताओं के द्वारा फार्म भरे जा रहे हैं। लिहाजा वोटरों की संख्या इससे भी यादा बढऩे का अनुमान हैं। खैर, बताते चलें कि बढ़े हुए 46 लाख 64 हजार 519 वोटों में महिला मतदाताओं की संख्या 21 लाख 36 हजार 225 बताई जा रही है। पुरुष वोटरों की तादाद 25 लाख 27 हजार 676 के करीब हैं। अन्य वोटरों की संख्या फिलहाल 619 बताई।

महिलाओं के कंधों पर होगा दारोमदार
इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने का ज्यादातर दारोमदार महिलाओं व युवतियों के कंधों पर ही निर्भर होगा। ऐसा राजनीतिज्ञ इस लिए मान रहे हैं कि क्योंकि धूप और गर्मी को देखते हुए मतदान बूथ पर घंटों लगाइन लगाने में सबसे ज्यादा वही कतराती हैं। यदि महिलाओं ने इस धूप में धैर्य और हौसले के साथ मतदान में अपनी ताकत दिखाई तो जिले में पिछले लोक सभा चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ा तय है। क्योंकि पुरुष मतदान के दिन बूथ पर धूप में भी खड़े होकर वोटिंग कर लेते हैं। इस लिए माना जा यह जा रहा कि इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन को महिला वोटरों में हौसला भरना होगा।