बरेली (ब्यूरो)। 13 साल की किशोरी से गैंगरेप का मामला सामने आने पर सभी सन्न रह गए। इसका पता भी तब चला जब वह आठ माह की गर्भवती हो गई। इस मामले में एक मूक-बधिर सहित तीन युवकों का नाम सामने आया है। पुलिस ने मूक-बधिर के साथ ही तीन अन्य के खिलाफ गैंग रेप, पाक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। अफसरों की सख्ती पर पुलिस ने मुख्य आरोपी मूक-बधिर को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल कराया है।

यह है मामला
मध्य प्रदेश का एक परिवार इज्जतनगर में नैनीताल रोड किनारे झोपड़ी डालकर रहता है। पीडि़त किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसका पति शराब का लती है। वह खुद परिवार के पालन-पोषण के लिए भीख मांगती है। इस दौरान उसकी 13 वर्षीय किशोरी घर पर अकेली रहती है। आरोप है कि रेलवे के डीआरएम कॉलोनी के पास के रहने वाले एक मूक-बधिर युवक समेत तीन अन्य ने उनकी बेटी के साथ गैंगरेप किया। इससे वह गर्भवती हो गई। जब गर्भ आठ माह का हुआ तो घर वालों को इसका पता चला। जानकारी होने पर परिजनों ने आज थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। मूक-बधिर आरोपी के बारे में पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि वह भीम नगर का रहने वाला 30 वर्षीय शिशुपाल उर्फ शीशपाल पुत्र कल्लू है। वह मजदूरी का काम करता हैं। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

पूछताछ में उलझी पुलिस
पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पूछताछ में पुलिस पूरी तरह से उलझ गई। मुख्य आरोपी के मूक बधिर होने की वजह से पुलिस को पूछताछ में काफी दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस सांकेतिक भाषा में आरोपी से पूछताछ करने की कोशिश में जुटी है। किशोरी और उसके परिवार के लोगों ने आरोपी को पहचानने का दावा किया है। पुलिस स्थानीय लोगों से मुख्य आरोपी के करीबी दोस्तों के बारे में पूछताछ कर रही है।

शराबी पिता की लापरवाही से देर से पता चली घटना
किशोरी की मां ने पुलिस को बताया है कि उसका पति हर समय शराब के नशे में रहता है और कोई काम नहीं करता। घर का खर्च और बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए वह भीख मांग कर घर का खर्च चला रही है। उसने बताया कि भिक्षा मांगने के लिए वह घर से बाहर जाती है। इस दौरान किशोरी घर में अकेली रहती थी। यही वजह है कि आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया, जिस वजह से किशोरी नादान उम्र में 8 माह की गर्भवती हो गई। पीडि़ता की मां का कहना है कि यदि उसका पति शराब का आदी नहीं होता और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपना फर्ज निभाता तो शायद इस तरह की घटना नहीं होती।

आखिर क्यों छुपाते रहे परिजन
इच्जतनगर के इंस्पेक्टर क्राइम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में उन्हें पता चला है कि आरोपी का नाम-पता जानने थे बावजूद उन्होंने तहरीर में उनका नाम नहीं खोला था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आखिरकार किशोरी के माता-पिता ने आरोपी का नाम क्यों छुपाया? पुलिस को शक है कि कहीं उन्हें किसी तरह से डराया-धमकाया तो नहीं गया है। इसके साथ ही पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उन्हें किसी तरह का लालच तो नहीं दिया गया था। अगर ऐसा है तो इसमें सभी शामिल आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।

मुख्य मूक-बधिर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। किशोरी और उसकी मां से अलग-अलग पूछताछ की गई है। इसमें पता चला है कि मूक-बधिर ने ही उसके साथ घटना की है। अन्य आरोपी सिर्फ साथ आते-जाते थे। उनको भी तलाश किया जा रहा है।
अनीता चौहान] सीओ थर्ड