- 6 से भर्तियों में असफल रहने के बाद अजय ने रची फर्जीवाड़े की खुराफात

- छोटे भाई और स्थानीय निवासी के साथ मिलकर रचा खेल, जवानों ने पकड़ा

BAREILLY: सेना भर्ती में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। थर्सडे को सेना में फर्जीवाड़ा कर सेंध लगाने वालों की धरपकड़ के बाद सैटरडे को एक बार फिर सेना भर्ती में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है। सेना के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर फर्जी अभ्यर्थियों के खिलाफ थाना कैंट में मामला दर्ज कराया गया है। बता दें कि सेना भर्ती विभिन्न ट्रेड्स और भर्ती प्रक्रियाओं में अब तक करीब 16 अभ्यर्थियों ने देश सेवा के नाम पर सेना में सेंध लगाने की कोशिश कर चुके हैं।

यूं पकड़ में आया फर्जीवाड़ा

सैटरडे को जाट रेजीमेंट सेंटर में जून में हुई रिलेशनशिप भर्ती में फिरोजाबाद के ढ़ोलपुर लाइनपार निवासी अजय कुमार का मेडिकल कुछ दिन पहले भर्ती प्रक्रिया के दौरान किया गया था। उसका हाथ टूटा होने की वजह से उसे बाहर कर दिया गया था। सैटरडे को वह रिमेडिकल के लिए मिलिट्री हॉस्पिटल बुलाया गया था। इस मौके पर वह अपने छोटे भाई विजय और एक अन्य साथी भगवान दास के साथ पहुंचा था। रिमेडिकल के नाम पुकारने के दौरान मौजूद जवानों से नजर बचाकर अजय के स्थान पर उसका छोटा भाई खड़ा हो गया। इसके बाद प्रपत्र चेकिंग हुई। चेकिंग के दौरान कई सवालों पर विजय अटक गया। जवानों को शक होने पर उन्होंने विजय से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ।

भर्ती न होने से रचा षड़यंत्र

पूछताछ के लिए विजय के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही अजय और भगवान दास वहां से फरार हो गए। विजय ने बताया कि उसका बड़ा भाई अजय कुमार ने पिछले वर्षों में हुई करीब 6 भर्तियों में हिस्सा ले चुका है। लेकिन कहीं भी उसे सफलता नहीं मिली। सफलता न मिलने पर वह अंदर से टूट चुका था। जून में रिलेशनशिप भर्ती में बाहर किए जाने के बाद उसे फर्जीवाड़ा की खुराफात सूझी। उसने स्थानीय निवासी भगवान दास के साथ मिलकर फर्जी मुहर और अजय को मिला चेस्ट नंबर विजय के हाथों पर गोदवा दिए। दोनों भाइयों की शक्ल लगभग एक सी होने पर फोटो में पहचान कठिन थी। लेकिन डॉक्यूमेंटेशन और मुहर समेत चेस्ट नंबर के शब्दों के मिलान में फर्जीवाड़ा खुल गया। इसके बाद जवानों ने उसे कैंट थाना ले जाकर मामला दर्ज करा दिया।