आयोजित होगी महाआरती

कैंट के धोपेश्वरनाथ मंदिर में सोमवार को सुबह से ही जलाभिषेक शुरू हो जाएगा और उसके बाद महाआरती आयोजित की जाएगी। वहीं अलखनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के लिए विशेष लाइटिंग और बैरीकेटिंग की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मढ़ीनाथ, पशुपतिनाथ, बनखंडीनाथ, टीबरीनाथ सहित शहर विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नाथ नगरी सेवा समिति और सुदर्शन सामाजिक संस्था ने महाशिवरात्रि पर शहर साफ-सुथरा रखने और शांति बनाए रखने की अपील की है।

जाप से ही दुख दूर

ज्योतिषाचार्य डा। संजय सिंह ने बताया महाशिवरात्रि का व्रत लाभकारी और समृद्धिदायक होता है। इस दिन शिवलिंग पूजन और रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। सोमवार के दिन होने वाली महाशिवरात्रि में ऐसा मुहूर्त बन रहा है कि निर्जल व्रत और ऊं नम: शिवाय का जाप करने से कालसर्प योग भी शांत हो सकता है। जलाभिषेक  के लिए विशेष मूहूर्त सुबह नौ बजकर पचास मिनट से दोपहर बारह बजकर पैंतालीस मिनट है।