बरेली (ब्यूरो)। जलाओ दीये पर रहे ध्यान इतना, अंधेरा धरा पर कहीं रह न जाए दीवाली की शोभा सही मायनों में दीयों से ही होती है। इस दीवाली बरेलियंस का फोकस भी झालरों से अधिक दीयों पर नजर आ रहा है। बाजारों में लोग इस बार दीये की डिमांड अधिक कर रहे है। चाइनीज आइटम से दूरी बना रहे है। दीयों की लगभग 40 से 50 फीसदी तक बिक्री हो रही है। खास बात यह है कि इस छोटी सी पहल से कुम्हारों के दुश्वारियों भरे जीवन का अंधेरा दूर हो रहा है। साथ ही इस दीवाली को और भी खूबसूरत तरीके से घरों को सजाने के लिए लोग टेराकोटा से बने दीपक भी लोगों की पसंद बने हुए हैं। इनकी भी डिमांड अधिक है।

दिखने लगती है रौनक
दीपावली को अब कुछ ही दिन रह गए हैं। 12 नवंबर को दीपावली है, लेकिन इस बार की दीपावली कुम्हारों के लिए भी बेहद खास होती नजर आ रही है। इसके चलते इनकी बस्ती में सुबह से ही व्यापारियों और ग्राहकों की भीड़ देखने को मिल रही है। कालीवाड़ी में कुम्हारों की दुकान पर ऑर्डर भी आते है।

मिट्टी के दीयों की डिमांड
कुम्हारों के अनुसार बीते तीन साल में मिट्टी के दीपक और बर्तनों की डिमांड बढ़ रही है। इससे दीपक बनाने में जुटे कुम्हार काफी खुश है। उन्हेें दीपक बनवाने के आर्डर भी मिल रहे हैं। इस कारण उनके चेहरों पर भी मुस्कान है।

खूब आ रहे ऑर्डर
कालीबाड़ी निवासी सोनू ने बताया कि उनके यहां दीपक बनाने के लिए एक सप्ताह पहले ही ऑर्डर आ गए थे। कुम्हार लाला राम ने बताया कि इस बार दीवाली पर मिट्टी के दीपक की अधिक डिमांड आ रही है। जो लोग पूजा पाठ में सिर्फ 11 या 21 दीपक खरीदते थे, वे इस बार 10 से 15 दर्जन दीपक खरीद रहे हैं।

टेराकोटा दीपक की भी डिमांड
आमतौर पर लोग मिट्टी के ही दीपक खरीदते थे, लेकिन इस बार वे अपने घरों में उजाला करने के लिए टेराकोटा दीपक भी ला रहे हैं। यह देखने में काफी सुंदर दिखते हैं। ब्रजपाल ने बताया कि इस बार दीपावली पर महिलाएं टेराकोटा दीपक खरीद रही हैं। ये कई तरह के डिजाइन में आते हैं। देखने में भी ये काफी सुंदर लगते हैं।

दो साल से कस्टमर मिट्टी के दीयों और बर्तनों की अधिक डिमांड कर रहे हैं। दीवाली पर इन दीपकों की अच्छी बिक्री हो जाती है। इसके चलते दीवाली पर अच्छी इनकम हो जाती है, जिससे हमारी दीवाली भी अच्छी हो जाती है।
विक्की, दुकानदार

मिट्टी के दीपक तथा और भी समान हम अपने हाथों से बनाते हैं। कस्टमर्स के रुझान को देखते हुए लग रहा है कि सही बिक्री हो जाएगी। क्योकि इस बार मिट्टी के दीपकों का अधिक क्रेज है।
पप्पू, दुकानदार

दीवाली आते ही चेहरे पर रौनक आ जाती है। सोचते हैं कि शायद इस बार दीपकों की बिक्री सही हो जाए। इसी उम्मीद और उल्लास के साथ पहले से ही मिट्टी के दीपक बनाने लगते हैं।
सचिन, दुकानदार

इस बार लोग अपने घरों को सजाने के लिए टेराकोटा के दीयों का भी लोगों मेें क्रेज दिख रहा है। क्योकि यह देखने में बहुत ही खूबसूरत लगते है। इसके अलावा मिट्टी के दीयों की तरफ भी लोगों का काफी रुझान बढ़ा है।
ब्रजपाल, दुकानदार
-------------------------

डिफरेंट वैराइटी के डिजाइन
पंचमुखी दीपक
हाथी वाले दीपक
नाव वाले दीपक
आरती वाले दीये
ग्यारह बाती वाले बाउल दीपक
51 बाती वाले आरती दीपक
मिट्टी के छोटे दीपक
सिंगल बाती दीपक
नॉर्मल दीपक

टेराकोटा दीयों के रेट
200 रुपए आरती दीपक
200 रुपए 11 बाती वाला बाउल दीपक
350 रुपए नाव वाला दीपक
800 रुपए 51 बाती वाला आरती दीपक
10 रुपए का सिंगल दीपक
30 रुपए कैंडल डिजाइन का दीपक

मिट्टी से बने दीपक के रेट
20 रुपए के 25 दीपक
10 रुपए बड़ा दीपक एक
15 रुपए कलर किया हुआ दीपक
20 रुपए कलर करा हुआ पंचमुखी दीपक