-पुलिस ने फतेहगंज पश्चिमी में महिला से हाइवे पर अपहरण के बाद गैंगरेप का किया खुलासा

-टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज में कार न दिखने और आरोपी की मोबाइल लोकेशन को बनाया आधार

BAREILLY: फतेहगंज पश्चिमी में हाइवे पर नीली रंग की कार से अपहरण कर गन्ने के खेत में फर्जी रेप का पुलिस ने फ्राइडे खुलासा कर दिया। गैंगरेप का आइडिया एक एडवोकेट ने दिया था। पुलिस ने फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज में कार न दिखने और आरोपी की मोबाइल लोकेशन न मिलने को आधार बनाया है। पुलिस अब सभी के खिलाफ 182 की कार्रवाई के लिए रिपोटर्1 भेजेगी।

यह बताई थ्ाी कहानी

एसपी रूरल ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 10 अगस्त को शरीफ नगर देवरनियां निवासी महिला ने मुकदमा दर्ज कराया था कि 9 अगस्त को वह प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के गेट पर दवाई लेने के बाद सवारी का वेट कर रही थी। तभी शाम को 5 बजे रामपुर की ओर से ब्लू कलर की गाड़ी में तीन लोग आए, जिसमें एक व्यक्ति उसका मौसेरा भाई था। उसने घर छोड़ने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया और फिर अगरास रोड पर गाड़ी को साइड में खड़ा कर दिया और मौसेरा भाई उसे खेत में ले गया और रेप किया। उसने इसकी सूचना राहगीर के मोबाइल से पति गिरीश पाल को दी।

ऐसे हुआ शक

मौसेरे भाई- पुलिस का सबसे पहला शक मौसेरे भाई का नाम लिखाने से हुआ। क्योंकि क्लोज रिलेशन में रेप की बात पुलिस को हजम नहीं हुई।

लेट एफआईआर- वारदात 9 अगस्त को हुई लेकिन मुकदमा 10 अगस्त को 24 घंटे की देरी से दर्ज कराने पहुंचे।

सीसीटीवी फुटेज-पुलिस ने तहरीर मिलते ही सर्विलांस की मदद ली। सबसे पहले टोल प्लाजा की शाम 5 बजे से 7 बजे तक की सीसीटीवी फुटेज निकाली गई तो सिर्फ एक ही कार ब्लू रंग की गुजरी। कार की डिटेल निकालने पर पता चला कि वह दुनका शाही निवासी किसी गुप्ता की थी। वह बच्चे को दवा दिलाने आए थे और बैट्री लेकर वापस चले गए थे। वहीं प्रमोद के पास कोई गाड़ी भी नहीं है और उसे गाड़ी ड्राइव करना ही नहीं आता है।

मोबाइल लोकेशन-पुलिस ने जब आरोपी प्रमोद की मोबाइल लोकेशन निकाली तो वारदात स्थल के आसपास लोकेशन ही नहीं मिली। उसकी दिन भर लोकेशन जुनैया शहजाद नगर, रामपुर ही निकली।

मुकदमे से बचने के िलए मुकदमा

पुलिस जांच में आया कि महिला के बहनोई धनवीर उर्फ धर्मवीर, उसकी बहन व परिजनों के खिलाफ धर्मवीर के छोटे भाई की पत्‍‌नी यानी आरोपी की बहन ने दहेज व रेप का मुकदमा दर्ज करा रखा है। कोर्ट में हियरिंग भी शुरू हो चुकी है। इस पर धर्मवीर के पिता ठाकुरदास ने कहा कि वह मुकदमा लिखा देगी तो मामले में समझौता हो जाएगा।

ऐसे की प्लानिंग

जिसके तहत वकील संजीव से संपर्क किया गया। वकील ने कहा कि वह पहले मेडिकल कॉलेज के दवाई के पर्च बनवा लें और फिर फर्जी कहानी रचे ताकि पुलिस को शक न हो। एडवोकेट खुद साथ में गया और पर्चे बनवाए और फिर दूसरे दिन मुकदमा लिखाने गए।