बीच राह में पड़ा रहता है पार्सल, पैसेंजर्स के चोटिल होने का रहता है खतरा

<बीच राह में पड़ा रहता है पार्सल, पैसेंजर्स के चोटिल होने का रहता है खतरा

BAREILLY:

BAREILLY:

जंक्शन पर मुसाफिरों को सहूलियतें देने की बजाय रेलवे ने उनके लिए मुसीबतें ज्यादा खड़ी कर दी हैं। जंक्शन में ट्रेनों का इंतजार कर रहे मुसाफिरों की राह में रेलवे का पार्सलघर रोड़ा बन रहा है। ट्रेनों में चढ़ाए जाने के लिए पार्सलघर में रखा लगेज व पार्सल अक्सर प्लेटफॉर्म पर बिखरा रहता है। इससे ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर प्लेस होते ही अपने कोच तक पहुंचने की फिक्र में मुसाफिर के इन लगेज व पार्सल से टकराते हैं। कई बार ट्रेन पकड़ने के फेर में पैसेंजर्स गिर कर चोटिल भी होते हैं। लेकिन रेलवे अफसर पार्सल कर्मियों की मनमानी की लगातार अनदेखी करते हैं। जिसका खामियाजा पैसेंजर्स को भुगतना पड़ता है।

फैला रहता है लगेज

जंक्शन के प्लेटफॉर्म क् पर ही पार्सलघर व रेलवे मेल सर्विसेज का ऑफिस है। ऐसे में लगेज और गार्ड बक्से अक्सर बीच प्लेटफार्म तक फैले रहते हैं। पार्सल विभाग ट्रेनों से पार्सल निकालने के बाद और पार्सल चढ़ाने से घंटो पहले ही लगेज प्लेटफॉर्म पर रख देते हैं। जबकि, पार्सल को तय सीमा के बाहर प्लेटफॉर्म पर नहीं रखा जा सकता। लेकिन, बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म पर ऐसा नहीं है। सबसे अधिक समस्या प्लेटफार्म नम्बर एक, दो और तीन पर हैं। फुट ओवरब्रिज से उतरते ही मुसाफिरों को प्लेटफॉर्म पर लगेज व पार्सल की अड़चने झेलनी पड़ती है।

नियम का पालन नहीं

ट्रेन के जरिए स्टेशन पर पहुंचने वाले पार्सल को नियमानुसार ब्8 घंटे के अंदर प्लेटफार्म से हटाना अनिवार्य हैं। वहीं लीज कांट्रेक्टर के तहत ट्रेनों में लदान के लिए लाए गये पार्सल को छह घंटे के अंदर हटाया जाना चाहिए। लेकिन दोनों ही मामलों में कई दिनों तक प्लेटफार्म पर पार्सल फैले रहते हैं। कुछ पार्सल बड़े आकार के भारी-भरकम होते हैं। इन्हें बिना किसी सुरक्षा के खुले छोड़ दिया जाता है। इनके आसपास पैसेंजर्स बैठे रहते हैं। कई बार इन पार्सल से पैसेंजर्स के चोटिल होने का खतरा बना रहता है।