-बीसीबी मैनेजमेंट के रडार पर भारांक सर्टिफिकेट्स

<-बीसीबी मैनेजमेंट के रडार पर भारांक सर्टिफिकेट्स

BAREILLY:

BAREILLY: एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स और सर्टिफिकेट्स अब बरेली कॉलेज मैनेजमेंट के रडार पर है। एडमिशन प्रक्रिया में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बीसीबी ने इस बार पहले ही तैयारी कर ली है। पहली बार बरेली कॉलेज डॉक्यूमेंट्स और सर्टिफिकेट की सत्यता की जांच के लिए आउटसोर्स एजेंसी की मदद लेगा। न केवल इंटर व हाईस्कूल बोर्ड की मार्कशीट व सर्टिफिकेट्स बल्कि भारांक के लिए जमा किए गए विभिन्न सर्टिफिकेट्स की भी जांच कराई जाएगी। हालांकि बीसीबी कॉलेज भारांक के लिए जमा किए जाने वाले सर्टिफिकेट्स को लेकर ज्यादा सतर्क हो गया है। स्टूडेंट्स इन सर्टिफिकेट्स की मदद से मा‌र्क्स के वेटेज का लाभ लेते हैं, जिससे उनकी मेरिट हाई हो जाती है।

बीसीबी में बीए, बीकॉम और बीएससी कोर्सेज के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। क्8 जून से स्टार्ट हुई आवेदन की प्रक्रिया की लास्ट डेट पहले फ्0 जून थी। जिसे बढ़ाकर अब ब् जुलाई कर दिया गया है। बीए में क्,8ब्0 सीटें हैं। जबकि बीकॉम में क्,0ब्0 और बीएससी मैथ्स में 880 व बायो में 7ख्0 सीटें हैं। थर्सडे तक इन कोर्सेज के लिए क्ब्,भ्00 आवेदन फॉर्म बिक चुके हैं। जबकि करीब क्ख्,000 स्टूडेंट्स अपने आवेदन फॉर्म जमा कर चुके हैं। आवेदन फॉर्म जमा करते समय स्टूडेंट्स को कई तरह के डॉक्यूमेंट्स व सर्टिफिकेट जमा करने पड़ते हैं। हाईस्कूल व इंटर की मार्कशीट व सर्टिफिकेट, जाति प्रमाण पत्र, मा‌र्क्स वेटेज चाहिए तो उसके जरूरी सर्टिफिकेट्स की फोटोकॉपी जमा करनी पड़ती है।

इसमें दिए जाते हैं भारांक

रूल्स के अनुसार स्टूडेंट्स को भारांक का लाभ दिया जाता है। इसके तहत स्टूडेंट्स को टोटल मा‌र्क्स में भ् से क्0 मा‌र्क्स का एक्स्ट्रा वेटेज दिया जाता है। नेशनल अथवा यूनिवर्सिटी गेम्स में भागीदारी व उपलब्धि के लिए क्0 मा‌र्क्स, यूनिवर्सिटी टीम में प्रतिनिधित्व करने के लिए भ् मा‌र्क्स, यूनिवर्सिटी व एफिलिएटेड कॉलेज के सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बच्चों के लिए क्0 मा‌र्क्स, एनसीसी के बी सर्टिफिकेट क लिए भ् व सी सर्टिफिकेट के लिए क्0 मा‌र्क्स, एनएसएस का दो शिविर पूरा करने के लिए क्0 मा‌र्क्स, एक शिविर पूरा करने के लिए भ् मा‌र्क्स, स्काउट गाइड का तृतीय सोपान परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए भ् मा‌र्क्स, प्रदेश के राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत के लिए क्0 मा‌र्क्स, भारत के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री द्वारा पुरस्कृत के लिए क्0 मा‌र्क्स और रोवर्स व रेंजर्स की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए भ् मा‌र्क्स दिए जाते हैं।

क्यों करते हैं खेल

स्टूडेंट्स भारांक का लाभ पाने के लिए इन सर्टिफिकेट्स में जमकर खेल करते हैं। रूल्स के अनुसार किसी एक सर्टिफिकेट के ही मा‌र्क्स टोटल मा‌र्क्स में जुड़ते हैं। स्टूडेंट्स अपना मेरिट हाई करने के लिए एक से ज्यादा फर्जी सर्टिफिकेट्स जमा करते हैं। ताकि कोई एक असेप्ट हो जाए और उनको एक्स्ट्रा मा‌र्क्स मिल जाए। स्टूडेंट्स क्0 मा‌र्क्स वाले फर्जी सर्टिफिकेट्स ज्यादा जमा करते हैं।

हर सर्टिफिकेट की हो रही है स्कैनिंग

कॉलेज में आवेदन कर रहे स्टूडेंट्स के फॉ‌र्म्स की अब गहन सॉर्टिग शुरू हो गई है। उनके डॉक्यूमेंट्स और सर्टिफिकेट्स की टीचर्स और कर्मचारियों द्वारा स्कैनिंग की जा रही है। यदि पहले ही नजर में वे फर्जी लग रहे हैं तो उन्हें हटा दिया जा रहा है। ताकि मेरिट में उसे न जोड़ा जाए, जो संदिग्ध प्रतीत होंगे उन्हें एजेंसी को जांच के लिए दिया जाएगा। एजेंसी पहले तो यह जांच कर बता देगी कि यह सर्टिफिकेट फर्जी तैयार तो नहीं किया गया गया है। यदि यह पता करने में मुश्किल होगी तो वह उस संस्था से सत्यापित करेगी जिसने यह सर्टिफिकेट जारी किया हो। मेरिट डिक्लेयर करने से पहले बीसीबी के अधिकांश कर्मचारी इसी काम में जुट गए हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स के बोर्ड मार्कशीट की फोटोकॉपी क्लियर न होने पर उन्हें कॉलेज में कॉल भी किया गया ताकि वे अपना ऑरीजनल मार्कशीट शो कर सकें।

भारांक और अन्य सर्टिफिकेट्स को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। इस बार इन सर्टिफिकेट्स की जांच का काम आउटसोर्स एजेंसी को दिया जाएगा। जरा सा भी संदिग्ध प्रतीत होगा उसे एजेंसी के हवाले कर दिया जाएगा।

- डॉ। डीके गुप्ता, डीएसडब्ल्यू, बीसीबी