-एनवायरमेंटल साइंस डिपार्टमेंट में हुई हाथापाई

BAREILLY: बरेली कॉलेज ने इलेक्शन के लिए डीएम को प्रपोजल तो भेज दिया है, लेकिन कैंपस में जो मौजूदा हालात हैं, वह इलेक्शन कंडक्ट कराने की राह में रोड़ा पैदा करते दिखाई दे रहे हैं। सीएम ने भी चेताया था कि उन्हें स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन कंडक्ट कराने से कोई गुरेज नहीं है, लेकिन छात्रनेताओं के हंगामे से पार्टी की छवि भी खराब हो रही है। ट्यूजडे को एनवायरमेंटल साइंस डिपार्टमेंट में दो छात्रनेता भिड़ गए। तू-तू, मैं-मैं से शुरू हुआ मामला गाली गलौज तक पहुंचा। मामला इतना गर्म हो गया कि नौबत हाथापाई तक की आ गई और प्रॉक्टोरियल बोर्ड को पुलिस भी बुलानी पड़ी।

हॉस्टल में कमरे को लेकर विवाद

विवाद हॉस्टल में कमरे को लेकर शुरू हुआ। छात्रनेता रवि गोला डॉ। एपी सिंह से किसी के लिए हॉस्टल में एक कमरा अलॉट कराने गया था। डॉ। सिंह उस समय अपने डिपार्टमेंट एनवायरमेंटल साइंस में बैठे थे। उस समय सछास का जिलाध्यक्ष हृदेश यादव भी बैठे थे। डॉ। एपी सिंह ने रवि को पहले स्टूडेंट को पेश करने को कहा। इस बात पर थोड़ी बहस शुरू हो गई। इतने में रवि डिपार्टमेंट में रखी फ्रिज से पानी निकाल कर पीने लगा। इस बात पर हृदेश और रवि गोला में बहस शुरू हो गई। दोनों के बीच मामला इतना गर्म हो गया कि गाली-गलौज तक शुरू हो गई। दोनों भिड़ पड़े और हाथापाई तक की नौबत आ गई। सूचना मिलने पर चीफ प्रॉक्टर डॉ। अजय शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों को अलग किया और पुलिस भी बुला ली।

जबरदस्त गुटबाजी है कैंपस में

दरअसल, छात्रनेताओं के बीच आपसी गुटबाजी के चलते कॉलेज इलेक्शन कराने से पीछे हट रहा है। यही वजह है कि कॉलेज ने अपने स्तर से कोई प्रपोजल नहीं भेजा। जबकि छात्रनेताओं की मांग को ही प्रपोजल बना दिया। इसी वजह से डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन भी कॉलेज में इलेक्शन कंडक्ट कराने में खास दिलचस्पी नहीं ले रहा है। गुटबाजी की वजह से इलेक्शन के दौरान कैंपस व उसके बाहर आपसी टकराव की स्थितियां प्रबल हैं।