चुनाव से ठीक पहले उम्मीदवारों की घोषणा करेगी भाजपा, बागी फिर उतरेंगे मैदान में

निर्दलीय पार्षदों से सपा ने साधा गठजोड़, 6 में से 4 सीटों पर जीत का दावा ठोंका

>BAREILLY:

नगर निगम में ट्यूजडे को होने वाले कार्यकारिणी चुनाव के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कार्यकारिणी की छह सीटों पर कब्जा जमाने के लिए इस बार भी सपा और भाजपा में ही मुख्य लड़ाई में है। जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो गया है उनमें बब्लू खान, ओवेश खान, गौरव सक्सेना, छंगामल मौर्य, रचना मेहरोत्रा और मनीषा सक्सेना शामिल हैं। सपा ने छह में से चार सीटों पर जीत का दावा ठोका है। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने आधिकारिक तौर पर संडे रात तक अपने उम्मीदवारों के नाम नहीं उजागर किए, लेकिन सोर्सेज के मुताबिक पार्टी ट्यूजडे को चुनाव से ऐन पहले कपिलकांत सक्सेना और मंजू देवी के नाम की उम्मीदवार के तौर पर घोषणा करेगी, लेकिन इस बार भी चुनाव में बड़ी हार-जीत के खेल में निर्दलीय पार्षद ही किंग मेकर की भूमिका में होंगे।

यह है वोटों का गणित

कार्यकारिणी चुनाव में 6 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में 74 वोट पड़ने हैं। इनमें 70 पार्षद हैं। जिनमें 35 सपा के, भाजपा के 22 और निर्दलीय पार्षदों के 13 वोट हैं। जबकि एक भाजपा सांसद, दो भाजपा विधायक और एक एमएलसी का भी वोट शामिल है। चुनाव जीतने के लिए हर उम्मीदवार को कम से कम 11 वोट चाहिए। सपा की ओर से तय उम्मीदवार गौरव सक्सेना, आरिफ कुरैशी, रूबी सलीम और महेन्द्र कन्नौजिया को पार्टी ने 8-8 वोट अलॉट कर दिए हैं। जबकि 3 वोट रिजर्व के लिए रखे हैं। वहीं भाजपा के दो उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। जिन्हें 22 पार्षद व 3 सांसद-विधायक के वोटों का सपोर्ट कागजों में ि1मलना है।

फिर क्रॉस वोटिंग का खेल

भाजपा ने मंडे को उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाने को बैठक की। हालांकि इस बार भी बैठक में उम्मीदवारों के नाम तय नहीं हो सके। इसके बाद बैठक मंडे रात 9 बजे कराने पर सहमति बनी, लेकिन फिर इसे रद कर चुनाव वाले दिन ही उम्मीदवार तय करने पर फैसला लिया गया। भाजपाई खेमे में इससे काफी उहापोह की स्थिति बन गई है। उम्मीदवारों के नाम तय न होने से भाजपा पार्षदों में नाराजगी है। वहीं सोर्सेज उम्मीदवारों में नाम न आने पर चुनाव लड़ने का मन बनाए पार्षदों के बागी होने से इनकार नहीं कर रहे। पार्टी के नेता इस बार भी पार्षदों को क्रॉस वोटिंग से न रोक पाने की मजबूरी जता रहे हैं।