-जांच और बयानों के आधार पर डीआईजी ने माना की दारोगा ने ली रिश्वत

>BAREILLY: इज्जतनगर थाना के बैरियर वन चौकी इंचार्ज प्रवीन कुमार को डीआईजी ने सस्पेंड कर दिया है। चौकी इंचार्ज पर बहला-फुसलाकर लड़की के अपहरण के मामले में मौसा को ही अवैध रूप से लॉकअप में बंद कर देने और फिर छोड़ने के लिए 2 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप था। डीआईजी ने इस मामले में 28 जून को चौकी इंचार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और सीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट का आदेश दिया था। इस मामले को पहले दबाने की कोशिश की गई लेकिन बाद में जांच रिपोर्ट और उसमें बयानों के आधार पर डीआईजी ने माना की चौकी इंचार्ज पर लगे आरोप सही हैं।

9 अप्रैल को गायब हुई थी

सदर बाजार, शाहजहांपुर निवासी ममता के मुताबिक उनकी बेटी कोमल सक्सेना, अपने मौसा जितेंद्र के घर कृष्णानगर, इज्जतनगर में रहकर सीबीगंज पॉलीटेक्निक कॉलेज से पढ़ाई कर रही थी। डीआईजी से शिकायत में उन्होंने कहा था कि उनकी बेटी 9 अप्रैल को कॉलेज से नहीं लौटी तो उनके पति नरेश कुमार ने थाना में मुकदमा दर्ज कराया। इस पर दरोगा प्रवीण कुमार ने कोमल के मौसा जितेंद्र को शक के आधार पर पकड़कर लाए और लॉकअप में बंद कर दिया और मारपीट की। दूसरे दिन उनकी बेटी वापस आ गई तो वह उसे थाने लेकर गए। इस पर दरोगा ने जितेंद्र को दो लाख रुपए लेकर छोड़ा और कहा कि इस बारे में किसी को मत बताना नहीं तो इसी मामले में चार्जशीट लगाकर जेल भेज देंगे। इसी डर के चलते पहले शिकायत नहीं की। इस मामले में चौकी इंचार्ज ने महिला को फोन पर फंसाने और रुपए ऐंठने का आरोप लगाने की बात कही थी।