शहर विधायक ने ओवरब्रिज शुरू कराने के दौरान कुछ पत्थर हटवाए थे लेकिन वह सड़क पर बेतरतीब पड़े हैं

बरेली : आईवीआरआई ओवरब्रिज शुरू हो चुका है। शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार ने ओवरब्रिज पर आवागमन की रोक के लिए लगे भारी पत्थरों को हटवाया था। लेकिन वह पूरी तरह नहीं हटाए गए। ओवरब्रिज के सभी छोरों पर लगे, इन पत्थरों से तेज रफ्तार वाहनों के टकराने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में हादसे की आशंका को देखते हुए सेतु निगम को इन भारी पत्थरों को क्रेन की मदद से हटवा देना चाहिए।

शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार भाजपा पदाधिकारियों के साथ ओवरब्रिज पर पहुंचे और पत्थरों को हटवाकर लोगों का आवागमन ओवरब्रिज पर शुरू कराया था। प्रशासकीय अधिकारी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से आइवीआरआइ ओवरब्रिज का उद्घाटन कराना चाहते थे। लेकिन शिक्षक विधायक चुनाव की आचार संहिता लगने की वजह से उद्घाटन अटका था। ओवरब्रिज पर स्ट्रीट लाइट, इलेक्ट्रिफिकेशन और रंगाई-पुताई के काम पूरे हो चुके हैं। ओवरब्रिज को शुरू कराने के लिए जिन पत्थरों को हटाया गया। वह सड़क के किनारे या बीच में ही पड़े हुए हैं। भारी पत्थरों की वजह से ढलान पर तेज रफ्तार वाहनों के अनियंत्रित होकर टकराने का खतरा बना हुआ है।

सपाइयों ने मिठाई बांट जताई खुशी

बरेली : समाजवादी पार्टी के नेताओं ने थर्सडे को आईवीआरआई ओवरब्रिज पर लोगों को मिठाई बांटकर खुशी जताई। 2016 में सपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों की परेशानियों को देखते हुए पुल मंजूर किया था। यह बात आते-जाते लोगों को बताई गई। भाजपा सरकार ने इस ओवरब्रिज को बनाने में साढ़े तीन साल लगा दिए। सपाई का दावा था कि बरेली की जनता ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार व्यक्त किया है। समाजवादी प्रबुद्ध सभा के जिला अध्यक्ष इंजीनियर अतुल पाराशरी, पूर्व महानगर अध्यक्ष यूथ ब्रिगेड़ फहीम हैदर, पूर्व प्रदेश सचिव एजाज अहमद, आकाश यादव, ¨सटू पाठक, उबेद, अमन मिश्रा, आसिफ खान, अनिल वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे ।