- संडे सुबह उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर करेंगी व्रत का पारण

-अखंड ज्योति जलाकर ले गईं घर, सुख-समृद्धि व मनोकामना पूर्ति के लिए भरी कोसी

बरेली : छठ पूजा के तीसरे दिन सैटरडे को व्रतियों ने दिन भर पूजा की तैयारियां की। शाम को महिलाएं छठ पूजा घाट पर पहुंचीं, उनके साथ सिर पर डाला लेकर पुरुष भी पहुंचे। महिलाओं ने छठ मइया के लोक गीत गाते हुए अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य देकर विधि विधान से पूजा की।

समृद्धि की कामना

महिलाओं ने घर पर ठेकुआ जिसे टिकरी बनाया। कुछ जगह छठ पर्व को लेकर चावल के लड्डू भी बनाए गए। महिलाएं पूरा दिन पूजा की तैयारियों में लगी रहीं। शाम को व्रती महिलाएं परिवार के साथ छठ पूजा घाट पर पहुंचीं। महिलाओं के साथ पति या बेटे भी मौजूद रहे, जो घाट पर व्रती महिलाओं के साथ सिर पर डाला लेकर पहुंचे थे। महिलाओं ने घाट पर पूजा अर्चना की और छठ मइया के गीत गाए। अखंड ज्योति जलाकर अपने घर ले गई। वहीं, सुख समृद्धि व मनोकामना पूर्ति के लिए कोसी भरी। इस दौरान कुछ महिलाओं ने रात्रि जागरण कर केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए, सेविले चरण तोहार हे छठी मइया, महिमा तोहर अपार, उगु सुरुज देव भइलो अरग के बेरआदि गीत गाए।

आज होगा पारण

छठ पूजा के चौथे दिन यानि आज अंतिम दिन सूर्योदय के समय भी सूर्यास्त वाली उपासना होगी। इसके बाद उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर विधिवत पूजा कर प्रसाद वितरण होगा। इसके साथ ही छठ पूजा का पारण होगा।

यहां बनाए गए छठ पूजा के घाट

समितियों की ओर से एमजेपीआरयू, रामगंगा घाट, धोपेश्वर नाथ मंदिर, त्रिवटीनाथ मंदिर, राम जानकी मंदिर, छपरा कॉलोनी, सिद्धार्थ नगर कॉलोनी, शास्त्री नगर कॉलोनी और कृष्णा नगर कॉलोनी में घाट बनाए गए।

छत पर की पूजा

शहर के इज्जतनगर निवासियों ने बताया कि हर बार वह पूजा के लिए घाट पर जाते थे, लेकिन वहां भीड़ अधिक होती थी, इसीलिए उनके घर की महिलाओं ने छत पर ही पूजा की, और अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य दिया।