बरेली (ब्यूरो)। लाइफ में सक्सेस के लिए गोल सेट करना सबसे महत्वपूर्ण होता है। जो व्यक्ति गोल बनाकर आगे बढ़ता है, उसे सफलता निश्चित ही मिलती है। बगैर गोल के लाइफ गोल है। लाइफ में कुछ हासिल करने के लिए गोल अवश्य बनाएं। गोल ही एक ऐसा माध्यम है जिसकी सीढिय़ां मंजिल तक पहुंचाती है। यह बातें आईएमए भवन में आयोजित अमृता विश्व विद्यापीठम प्रेजेंट दैनिक जागरण आई नेक्स्ट कॅरियर पाथवे के दूसरे दिन के दोनों सेशन्स में एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स को बताईं। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन भी किया। सैटरडे को दोनों सेशन्स में स्टूडेंट्स ने कॅरियर के बारे में काफी कुछ जाना और खूब एंज्वॉय किया।

कॅरियर टिप्स किए साझा
कॅरियर पाथवे में अमृता विश्व विद्यापीठम के कॅरियर एक्सपट्र्स शुभम तोमर ने कहा कि 12वीं के बाद कॅरियर संवारने को दर्जनों ऑप्शंस हैं। सवाल यह है कि आप जिस ऑप्शन को चुन रहे हैं वह आपका पसंदीदा है या नहीं। उन्होंने इसके लिए स्टूडेंट्स को अपने विश्वविद्यालय का ऑनलाइन साइकोमेट्रिक टेस्ट को आजमाने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा अमृता विश्व विद्यापीठम कॅरियर गाइडेंस देकर स्टूडेंट्स की राह आसान बनाता है। जो स्टूडेंट्स 11वीं और 12वीं में हैं, उनके लिए आने वाला समय काफी इंपोर्टेंट है। इसीलिए जिस फील्ड में जाने की आप सोच रहे हैं, उसकी पहले डीप स्टडी कर लें।

बताई वर्ष 2030 की बात
शुभम तोमर ने कहा कि 12वीं के बाद आप कॅरियर शुरू करने को कॉलेज का चयन करते हैं। इसमें सबसे पहले उस यूनिवर्सिटी की नैक ग्रेडिंग, कैंपस, फैक्ल्टी, कोर्सेस और प्लेसमेंट जैसी चीजों का अवलोकन कर लें। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा आप लोग वर्ष 2030 तक ही अपनी स्टडी पूरी कर कॅरियर को हासिल करेंगे। इसलिए तब की रिक्वायरमेंट और चेलेंजेज को ध्यान में रखते हुए ही कोर्स का चयन करें। उन्होंने कहा कॅरियर के चुनाव को पैशन, टे्रंड, एबिलिटी और स्किल्स मोस्ट इंपॉर्टेंट हैं।

सेल्फ मैनेजमेंट जरूरी: डॉ। मुकुल
कॅरियर पाथवे में मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। मुकुल शर्मा ने कहा कि कॅरियर बनाने में सेल्फ मैनेजमेंट पहला पायदान है। इसके बिना कॅरियर की शुरुआत करने वाले लाइफ में सफल नहीं होते हैं। कहा कि लाइफ में सफलता के लिए सेल्फ मैनेजमेंट सबसे जरूरी है। इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट़्स सेल्फ मोटिवेशनल स्पीच देकर इंस्पायर किया। हंसते-हंसते उन्होंंने कई बड़ी बातों से स्टूडेंटस् को महत्वपूर्ण बातें सिखाई। उन्होंने कहा कि बच्चे कुछ भी कर सकते हैं। लाइफ में कुछ बनना है तो विश्वास करना बेहद जरूरी है। किसी और पर नहीं खुद पर विश्वास करना है कि, मैं जो भी चाहूं व कर सकता हूं। चैलेंज का डटकर मुकाबला करना चाहिए। जो ड्रीम देखे हैं, उन्हें एग्जीक्यूट करें। बगैर एक्शन के सपने साकार नहीं होते हैं। कहा कि सीखने के लिए ध्यान से सुनना सबसे जरूरी है। इसलिए टीचर्स की बातों को ध्यान से सुने और उसे अपने जीवन में उतारें भी।