क्वालिटी कंट्रोल टीम ने किया दौरा, इमरजेंसी में मिली गंदगी, पूरा सफाई स्टाफ नदारद

>BAREILLY:

सीएम अखिलेश यादव की सरकारी हॉस्पिटल्स को निजी हॉस्पिटल्स की तर्ज पर साफ सुथरा रखने की मंशा बरेली के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में औंधे मुंह गिर गई है। मरीजों को बेहतर इलाज की जिम्मेदारी निभा रही डिविजन लेवल का हॉस्पिटल गंदगी और खराब सफाई व्यवस्था के मामले में फिर निशाने पर है। एडी हेल्थ ऑफिस की क्वालिटी कंट्रोल टीम ने वेडनसडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन किया। टीम ने इमरजेंसी रूम समेत कई अन्य वार्डो में खुले में गंदगी देखी। सफाई व्यवस्था के नाम पर वार्डो में जगह जगह मकड़ी के जाले भी पाए। टीम ने हॉस्पिटल प्रशासन से सफाई कर्मियों का रिका‌र्ड्स मांगा तो वह भी मुहैया न कराया गया।

सफाई एजेंसी का फर्जीवाड़ा

डॉ। एसआर खान व डॉ। विरेन्द्र कुमार की ज्वांइट टीम ने हॉस्पिटल में लंबे समय से पड़ी कंडम्ड मशीनें व फर्नीचर देखा और इसे शासन की पॉलिसी के मुताबिक नीलामी में बेचने के निर्देश दिए। वहीं बच्चा वार्ड में बिजली की लूज वायरिंग और मकड़ी के जाले मिले। इमरजेंसी वार्ड में गंदगी का ढेर लगा था। टीम ने वार्डो में एक भी सरकारी सफाईकर्मी नहीं दिखा। जिस सफाई एजेंसी को हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है। उसका भी कोई स्टाफ नहीं मिला। टीम ने एजेंसी के स्टाफ का रिका‌र्ड्स मांगा तो वह भी नहीं मिला। अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया तो उसमें भी फर्जी रिका‌र्ड्स मिले। टीम ने सीएमएस डॉ। परवीन जहां से खामियों पर चर्चा की। क्वालिटी कंट्रोल टीम ने हॉस्पिटल में सफाई व्यवस्था खराब मानी और अपनी रिपोर्ट एडी हेल्थ को सौंपी।