डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और सीएमओ ऑफिस कैंपस में खुले में घूम रहे आवारा कुत्ते

सरकारी हॉस्पिटल में कुत्तों के घुसने पर जारी निर्देश महज कागजों तक सीमित

BAREILLY:

स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अपने सीनियर अधिकारियों की न फरमानी करने में उस्ताद हैं। सरकारी हॉस्पिटल्स में आवारा कुत्तों की मौजूदगी पर लगी रोक बेशक कागजों में लागू हो गई हो। लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल और सीएमओ ऑफिस में सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर हो रहे मजाक के चलते कुत्तों की आवारगी यहां बदस्तूर जारी है। पहले डीजी हेल्थ की चेतावनी और फिर बरेली कमिश्नर की फटकार के बावजूद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से ही कुत्तों की आवारगी पर लगाम नहीं लग पाई है। मामले में जिम्मेदारों की किरकिरी होने के बावजूद आवारा कुत्तों की बादशाहत हॉस्पिटल में कायम है।

सीएमओ ऑफिस पर ही कब्जा

कुछ महीनों पहले एक सीएचसी में एक मृत नवजात के शरीर को कुत्ते नोंच के खा गए थे। तक सीएमओ डॉ। विजय यादव ने सभी सीएचसी व पीएचसी सहित डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में आवारा कुत्तों के घूमने पर रोक लगाने के निर्देश दिए। वहीं आवारा कुत्ते घूमते दिखने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। लेकिन सीएमओ ऑफिस खुद ही आवारा कुत्तों की आरामगाह बना हुआ है। कुछ दिनों पहले फीमेल हॉस्पिटल में भी एक मृत बच्ची के शरीर को कुत्ते नोंच के खा गए। सैटरडे को हॉस्पिटल की ओपीडी और सीएमओ ऑफिस में सीएमओ के वाहन के नजदीक ही घूम रहे आवारा कुत्तों ने जारी निर्देशों की धज्जियां उड़ाई।

किसी काम नहीं सिक्योरिटी

इस संवेदनहीनता पर डीएम गौरव दयाल ने हॉस्पिटल का दौरा कर जहां होमगार्ड के बर्खास्त करने के आदेश दिए थे। इसके बाद हॉस्पिटल्स व सीएचसी-पीएचसी में दीवारें बनाने, दीवारें ऊंची करने व मेनगेट तैयार करने के निर्देश कमिश्नर प्रमांशु और एडी हेल्थ डॉ। अनीता दत्त ने भी निर्देश भी जारी किए थे। लेकिन यह गाइडलाइंस भी सैटरडे को कंपकंपाती ठंड के बीच ठंडे बस्ते में दम तोड़ती नजर आई। हॉस्पिटल के मेनगेट पर तैनात सिक्योरिटी गा‌र्ड्स अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे। सीएमएस के निर्देशों के बावजूद गा‌र्ड्स ओपीडी और इमरजेंसी तक रेगुलर विजिट नहीं करते।

-------------------