-कई कॉलेज के स्टूडेंट्स का डाटा चोरी होने का मामला आया सामने

-स्टूडेंट्स ने आरयू के प्रिसिंपल से की शिकायत, जांच कराने की बात

-प्राइवेट कॉलेजेज के बाद स्टूडेंट्स की सारी डिटेल्स की मौजूद होने की बात

केस 1- धूपेंद्र जायसवाल की पत्‍‌नी ने बीसीबी से बीएससी बायोटेक थर्ड ईयर का एग्जाम दिया है। रिजल्ट आना अभी बाकी है। तीन दिन पहले ही सिटी के एक प्रोफेशनल कॉलेज से उसके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाला बीएड में एडमिशन देने का दावा कर रहा था। डायरेक्ट एडमिशन के साथ फीस में काफी छूट देने का लुभावना ऑफर दे रहा था। धूपेंद्र की वाइफ हैरान थी कि उसका नया मोबाइल नम्बर कॉलेज को कैसे मिला।

केस 2- प्रतीक भी बीसीबी का स्टूडेंट है। उसके मोबाइल पर भी एक कॉलेज का फोन आया। वे बीटीसी में गारंटेड एडमिशन देने का दावा कर रहे थे। वो भी काफी कम फीस पर। जबकि बीटीसी में एडमिशन टेस्ट और मेरिट के आधार पर दिया जाता है। लेकिन कॉलेज उसे डायरेक्ट ऑन दी स्पॉट एडमिशन देने का दावा कर रहे थे।

BAREILLY: यह तो चंद एग्जाम्पल है। ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स के पास प्राइवेट संस्थानों के फोन आ रहे हैं और वह अपने यहां एडमिशन लेने पर लुभावने ऑफर्स तक का जिक्र कर रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, चिंता की बात यह है कि जो कॉल्स आ रही है उनके पास स्टूडेंट्स की लगभग पूरी पर्सनल डिटेल्स है। मसलन, वह कौन सा कोर्स कर रहे हैं, कहां से कर रहे हैं? जैसी। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर स्टूडेंट्स को जो डाटा कॉलेजेज में जमा था, वह इन प्राइवेट संस्थानों के पास कैसे पहुंच गया?

नाराज स्टूडेंट्स ने की प्रिसिंपल से शिकायत

लगातार स्टूडेंट्स के पास कॉल आन से परेशान स्टूडेंट्स ने फ्राइडे को बीसीबी के प्रिसिंपल से मामले की शिकायत की है। स्टूडेंट्स को आश्चर्य हो रहा है कि उनका डाटा कहां से चोरी हो रहा है। स्टूडेंट्स तो उस कॉलेज के कर्मचारियों पर आरोप लगा रहे हैं जहां पर वे पड़ाई कर रहे हैं। इस बाबत फ्राइडे को कई स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव का घेराव कर ज्ञापन भी सौंपा। जबकि कॉलेज इस बात से इंकार कर रहा है। प्रिंसिपल का कहना है कि इन स्टूडेंट्स की डिटेल कई जगह होती है। ऐसा लग रहा है कि स्कॉलरशिप के लिए भरे गए फॉर्म से उनका डाटा लीक हुआ है। फिलहाल वे इसे जांच का विषय बता रहे हैं।

प्राइवेट संस्थानों में टोटा, इसलिए यह खेल

दरअसल इस समय प्रोफेशनल कॉलेज की तरफ से एडमिशन का खेल खेला जा रहा है। कॉलेजेज में तमाम कोर्सेज कंडक्ट हो रहे हैं, लेकिन उनमें एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स का टोटा है। अब जब स्टूडेंट्स का टोटा है तो फिर वह अपनी कमी पूरा करने के लिए यह पूरा खेल खेल रहे हैं। खास बात यह है कि स्टूडेंट्स उनके यहां पर एडमिशन ले लें, इसके लिए वह हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

बीएड से लेकर एमबीए में एडमिशन देने का दावा

प्रोफेशनल कॉलेजेज की तरफ से इस समय यूजी कोर्सेज में पढ़ रहे स्टूडेंट्स पर कॉल आ रहे हैं। ये कॉलेजेज अपने यहां पर कंडक्ट होने वाले सभी प्रोफेशनल कोर्सेज में एडमिशन देने की गारंटी दे रहे हैं। चाहे कोई भी कोर्स हो एडमिशन पक्का है। बीटीसी, बीएड, यहां तक कि एमबीए में भी एडमिशन देने का दावा कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इन सभी कोर्सेज में उन स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है जो एंट्रेंस टेस्ट के बाद मेरिट के आधार पर काउंसलिंग कराते हैं। लेकिन इन प्रोफेशनल कॉलेजेज का दावा है कि वे ऑन दी स्पॉट किसी भी कोर्स में एडमिशन दिला देंगे।

बाक्स-----

ऑफर्स की भरमार

स्टूडेंट्स को अपने कॉलेज की तरफ अट्रैक्ट करने के लिए प्राइवेट कॉलेजेज ने उन्होंने ऑफर्स की झड़ी लगा दी है। कोई कॉलेज अपने ट्यूशन फी में भारी छूट देने की गारंटी दे रहा है, तो कोई स्कॉलरशिप के माध्यम से उनकी आधी से लेकर पूरी फीस माफ करने का लॉलीपॉप। कई कॉलेज तो फीस में छूट के साथ ट्रांसपोर्ट और हॉस्टल की मुफ्त सुविधा भी देने का दावा कर रहे हैं। यही नहीं कुछ कॉलेज तो कोर्स पूरा करने के बाद जॉब गारंटी भी दे रहे हैं। वे बार-बार कॉल कर स्टूडेंट को अपने यहां पर विजिट करने का दबाव डाल रहे हैं।

बाक्स----

कहां से और कैसे होता है डाटा चोरी

वैसे तो फिलहाल यह जांच में सामने आएगा कि डाटा कहां से चोरी हो रहा है। लेकिन जानकार लोग बताते हैं कि डाटा कॉलेज के साथ ही स्कालरशिप फार्म से भी चोरी हो सकता है। दरअसल, स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप फॉर्म भरते हैं जिसमें उनकी पर्सनल डिटेल्स दी जाती है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि यह डाटा उनको कैसे मिलता है? इस बारे में बताते हैं कि प्राइवेट कॉलेजेज के लोग कॉलेज कर्मचारी से सेटिंग करके आसानी से प्राप्त कर लेते हैं। कुछ ऐसा ही हाल स्कॉलरशिप फार्म के बारे में ही होता है। वहां पर भी कर्मचारियों से सेटिंग करके यह डाटा का जुगाड़ कर लेते हैं।

वर्जन

शहर के बड़े कॉलेजेज की तरफ से एडमिशन के लिए कॉल्स आ रहे हैं। एमबीए में एडमिशन देने की गारंटी दे रहे हैं। मेरे मना करने के बाद भी कई कॉल्स आ रही हैं। कहते हैं फॉर्म भर तो तुरंत एडमिशन हो जाएगा।

- रॉबिन, बीसीबी

मेरे साथ मेरे परिवार में जितने भी डिग्री कोर्सेज पढ़ रहे हैं सभी के मोबाइल पर कॉल आ रही है। कोई बीएड में एडमिशन देने की बात कह रहा है तो कोई एमबीए में। कह रहे हैं इन कोर्सेज के बाद पक्की जॉब मिलेगी।

- शिवम सूद, स्टूडेंट