-दूसरी पत्नी से शादी के बाद दो बार जाना पड़ गया जेल, सस्पेंड भी होना पड़ा

-थर्सडे को सर्विस बुक में नाम दर्ज करवाने के लिए उसकी पत्नी एसएसपी ऑफिस में किया हंगामा

BAREILLY:

पुलिस लाइंस में तैनात एक सिपाही की जिंदगी में उसकी दूसरी पत्नी किसी भूचाल से कम नहीं है। दूसरी पत्नी के जिंदगी में ऐसा भूचाल आया कि वह मरते दम तक उसे नहीं भूलेगा। पत्नी की वजह से पहले वह दहेज उत्पीड़न में सस्पेंड हुआ साथ ही एक वर्ष के लिए जेल जाना पड़ गया और फिर पोते की हत्या के मामले में चार तीन वर्ष सजा काटी। थर्सडे को उसकी दूसरी पत्नी ने उसकी सर्विस बुक में नाम दर्ज करवाने के लिए एसएसपी ऑफिस में जमकर हंगामा काटा। फर्श पर सिर पटकने लगी। एसएसपी ने महिला पुलिस को बुलाकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।

कर ली दूसरी शादी

जीतू राम, पुलिस लाइंस में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। वह 30 सितंबर को रिटायर्ड होने वाला है। जीतू राम की पहली पत्‍‌नी लल्ली देवी की वर्ष 2006 में मौत हो गई थी। पहली पत्‍‌नी से तीन बेटी व दो बेटे हैं। वर्ष 2007 में जीतू राम ने सीतापुर की रहने वाली राजेश्वरी से शादी कर ली। राजेश्वरी से बेटी लक्ष्मी व बेटा सूर्य प्रताप हैं। जीतू राम की पत्‍‌नी राजेश्वरी उसके सर्विस रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराना चाहती है। उसने कोर्ट का आदेश भी पुलिस अधिकारियों को दिया था लेकिन पुलिस ने उसके नाम की एंट्री नहीं की।

पुलिस ऑफिस में मचा हड़कंप

थर्सडे को राजेश्वरी अपने दोनों बच्चों के साथ एसएसपी से शिकायत करने पहुंची थी। सूचना मिलते हीं सिपाही जीतू राम भी पहुंच गया। यहां पर उसने एसएसपी से शिकायत की। जब उसे लगा कि उसकी बात नहीं सुनी जा रही है तो उसने अपना सिर फर्श पर दे मारा। एसएसपी ऑफिस में महिला हंगामा करने पर वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उसे संभाला। जिसके बाद महिला थाना से पुलिस बुलाई गई। महिला पुलिस उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गई। राजेश्वरी ने पुलिस अधिकारियों पर मदद न करने का आरोप लगाया है। वहीं जीतू राम भी उसे पत्‍‌नी मानकर साथ रखने की बात कह रहा है।

दो बार जा चुका है जेल

जीतू राम ने बताया कि राजेश्वरी ने उसके खिलाफ वर्ष 2009 में कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया था। इस मामले में वह सस्पेंड हो गया था और उसे एक साल की जेल हो गई थी। उसने बताया कि वह जब जेल से छूटकर आया तो उसके बेटे राम प्रवेश के बेटे प्रिंस का अपहरण के बाद मर्डर हो गया था। उसके बेटे ने राजेश्वरी के साथ मिलकर उसके खिलाफ ही अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था। वह तीन साल फैजाबाद जेल में रहा था लेकिन कोर्ट ने उसे बरी कर दिया।