-डॉक्टर के ज्वैलर बेटे ने व्यापार में घाटा होने पर रची थी झूठी कहानी

-पुलिस ने ज्वैलर को किया गिरफ्तार, पकड़े जाने पर रो पड़ा

BAREILLY: बिजनेस रास न आने और लाखों रुपए का उधार हो जाने से परेशान डॉक्टर के ज्वैलर बेटे ने भमोरा में लाखों की फर्जी लूट का ड्रामा रचा था। ज्वैलर के दिमाग में लूट का आइडिया करीब दो माह पहले क्राइम पेट्रोल सीरियल देख कर आया। उसने कई बार फर्जी लूट को अंजाम देना चाहा था, लेकिन वह 6 जुलाई को इसमें कामयाब हो गया। देर से पुलिस को सूचना देने और बयानों में विरोधाभास से पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद ज्वैलर को अपने किए पर पछतावा हुआ और उसकी आंख से आंसू छलक पड़े।

दो घंटे बाद दी पुलिस को सूचना

प्रेस कांफ्रेंस में एसपी रूरल यमुना प्रसाद ने बताया कि 6जुलाई को शाम साढ़े 7 बजे मोतीपुरा आंवला निवासी सौरभ रस्तोगी ने सरदार नगर पुलिस चौकी में सूचना दी थी कि करीब दो घंटे पहले कोहनी गांव के पास उससे 4 बाइक पर सवार आठ बदमाशों ने 3 किलो चांदी, 15 ग्राम सोना लूट लिया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने लूट के बाद घर जाने और फिर पिता डॉक्टर रामौतार रस्तोगी को बताकर फिर शिकायत करने की बात कही। जब जिस जगह वारदात हुई थी वहां से पुलिस चौकी कुछ दूर पर थी, लेकिन वह नहीं गया।

फौजी ने भी दिया थ्ा धोखा

पुलिस ने जब मामले की गहनता से जांच की तो पाया कि सौरभ के पिता रामौतार बीएमएस डॉक्टर हैं और उनका सेंधा गांव में क्लीनिक है। उसका भाई दिल्ली में सीए है। सौरभ ने बीए की पढ़ाई की है और वह पहले पिता के साथ क्लीनिक पर काम करता था और बाद में पिता ने उसे सेंधा में ही अनुवा ज्वैलर के नाम से शॉप ओपन करा दी। करीब दो साल से धंधे में नुकसान हो रहा था, जिससे उस पर करीब 7 लाख रुपए उधार हो गए थे। उस पर कन्हैया टोला के सर्राफ मनोज रस्तोगी के 90 हजार रुपए और आंवला के सर्राफ आयुष अग्रवाल के 80 हजार रुपए उधार थे। उससे एक फौजी 2 लाख रुपए का सामान ले गया था, जिससे वह सिर्फ 50 हजार रुपए ही रिकवर कर पाया था। धंधे में घाटा होने पर बिजनेस रास न आने से वह इस धंधे से हटना चाह रहा था। इसके चलते उसने फर्जी लूट का ड्रामा रचा।

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पहले भी सामने आई हैं फर्जी लूट की कहानी

बरेली में ज्वैलर द्वारा फर्जी लूट की कहानी रचने का कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई फर्जी लूट के मामलों का पुलिस खुलासा कर चुकी है। किसी ने ब्याज में घाटा होने तो किसी ने अय्याशी पूरी करने के चलते लूट की कहानी रची थी। बरेली में फर्जी लूट के कुछ मामले-------

केस 1-

विशारतगंज में जनलक्ष्मी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी मुकेश पटेल ने बिना नंबर प्लेट की बाइक पर सवार दो बदमाशों द्वारा 1 लाख 12 हजार रुपए व अन्य सामान के लूट की कहानी रची थी। उसने पुलिस को फोन करने से पहले रकम अपने दोस्त को दे दी थी। पुलिस जांच में आया कि मुकेश आवारागर्दी करता था। उसके कई लड़कियों से संबंध थे। जिसके चलते उसका खर्चा काफी बढ़ता जा रहा था। अपनी अय्याशी पूरी करने के लिए ही उसने लूट की फर्जी कहानी रच डाली।

केस 2-

मीरगंज में मिलक रामपुर के अनिल गुप्ता ने अपने भाई के साथ बाइक सवार बदमाशों द्वारा 11 लाख की लूट की फर्जी कहानी रची थी। इसके लिए उसने बाकायदा बाइक को गिराया था और हाथ में चोट भी लगाई थी लेकिन मामला फर्जी निकला था। पुलिस ने खुलासा किया था कि उनपर काफी कर्जा हो गया था। इसलिए वह अपने चाचा के साथ-साथ व्यापारी को भी रुपए बाद में देना चाहते थे। इसलिए लूट की कहानी रच डाली

केस 3-

कोतवाली की सिटी रेलवे कालोनी में रेलवे कर्मी ने घर के अंदर घुसकर डकैती की कहानी रची। पुलिस को शुरुआती जांच में ही मामला संदिग्ध लगा तो रात होते-होते मामले का खुलासा हो गया। पुलिस की जांच में आया कि रेलवे कर्मी ने अपनी इज्जत बचाने के लिए ऐसा किया था। क्योंकि रात में उसकी बेटी से मिलना प्रेमी आया था। उन्होंने बेटी को प्रेमी के साथ पकड़ लिया था लेकिन मोहल्ले और समाज में बदनामी न हो इसके लिए एक अन्य युवक पर लूट का फर्जी आरोप भी लगा दिया था।

केस 4-

कोतवाली के ही बाग बृगटान में बैंक मैनेजर की पत्‍‌नी ने भी लूट की फर्जी कहानी रची थी। इसके लिए उसने अपनी टीचर को भी शामिल कर लिया था। मैनेजर की पत्‍‌नी नाइजीरियन ठगों के जाल में फंसकर लाखों रुपए लुटा चुकी थी। उसने अपने जेवर गिरवी रख दिए थे। पति को पता न चले इसके लिए उसने बहनोई से रुपए बहाने से लेकर जेवर छुड़ा लिए थे। पति के साथ-साथ बहनोई को भी भनक न लगे और उसकी बेइज्जती न हो तो उसने झूठी कहानी रच डाली थी।

केस -

किला के छोटी वमनपुरी में ज्वैलर के कर्मचारी अरविंद ने बंद घर में फर्जी लूट की कहानी रची। उसने घर के अंदर तीन बदमाशों द्वारा बंधक बनाकर ज्वैलरी लूटने की कहानी पुलिस को बताई लेकिन कुछ घंटे बाद ही उसकी कहानी पकड़ी गई और उसके कमरे से ही 150 ग्राम सोने की ज्वैलरी बरामद हो गई। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

इन लूट का पुलिस नहीं कर सकी खुलासा

पुलिस अधिकारियों के दबाव के बाद पुलिस ने कुछ खुलासे किए हैं लेकिन अभी भी कई बड़े मामले हैं जिनका पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है। इनमें कई बड़ी डकैती की वारदातें हैं।

-सुरेश शर्मा नगर में रिटायर्ड स्टेनो के घर 16 लाख रुपए की लूट

-कृष्णानयन कालोनी के सामने व्यापारी से डेढ़ लाख रुपए की लूट

-आईसीआईसीआई बैंक के सामने 4 लाख रुपए की लूट

-सीबीगंज में लूट के चलते बीटेक स्टूडेंट की हत्या

-रामपुर गार्डन में ज्वैलर के घर 30 लाख रुपए की डकैती

-एसएसपी ऑफिस के सामने ढाई लाख रुपए की लूट

-खंडेलवाल कॉलेज के मालिक के घर डकैती

-मुंशीनगर में ज्वैलर के घर 40 लाख की डकैती