-चार जुलाई से नौनिहालों को एमडीएम में मिलेंगे फल

-संक्रमण फैलने के डर से कटे फलों के वितरण पर रोक

>BAREILLY:

इस बार मानसून यानि जुलाई से नौनिहालों को एमडीएम में फल मिलना शुरू हो जाएगा। जुलाई में जब दोबारा स्कूल खुलेंगे तो बच्चों को एमडीएम में ताजे फल खाने को दिए जाएंगे। इसके लिए सरकार चार रुपए प्रत्येक नौनिहाल के हिसाब से खर्च करेगी। कटे फल दिए जाने पर प्रतिबंध है।

चार जुलाई को बांटे जाएंगे फल

शासन ने बजट में घोषणा की थी कि हर सप्ताह के सोमवार को फल बांटे जाएंगे। इसके लिए शासन 200 करोड़ बजट का प्रावधान भी किया था। मालूम हो कि सरकार अप्रैल माह तक बजट जारी नहीं कर सकी थी इसलिए एमडीएम में बच्चों को फल नहीं दिया जा सका था। जिसे आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था। जिसके बाद विभाग ने एमडीएम प्राधिकरण से बजट की मांग की थी। वहीं अब एमडीएम प्राधिकरण ने तीन मई को सूबे के सभी एमडीएम कोऑर्डीनेटर को पहले सोमवार यानि चार जुलाई को फल बांटने को फल बांटने को कहा है। एमडीएम के कोऑर्डीनेटर ने बताया कि जुलाई में पहला सोमवार चार तारीख को पड़ रहा है। इसलिए चार जुलाई से फल बांटे जाएंगे।

बच्चों को मिलेंगे ये फल

एमडीएम में बच्चों को अमरूद, केला, सेब, चीकू, संतरा, नाशपाती बांटे जाएंगे। ये सभी फल बिना काटे हुए बच्चों को बांटे जा सकेंगे। वहीं तरबूज, खरबूजा, पपीता आदि के वितरण पर शासन ने रोक लगा रखी है।