-मंडे को शुरू हुए जुलूस में शहर की तमाम अंजुमन ने लिया हिस्सा

-कोहाड़ापीर पेट्रोल पम्प के पास से जुलूस शुरू होकर देर रात पहुंचा दरगाह पर

>BAREILLY: ईद मिलादुन्नबी मंडे को जोश-ओ-खरोश के साथ मनाया गया। फिजा में या मोहम्मद, पत्ती-पत्ती, फूल-फूल या रसूल-या रसूल जैसे नारे गूंजते रहे। घर से लेकर शहर के तमाम रोड को दुल्हन की तरह सजाया गया था। हर तरफ नूर की बारिश हो रही थी। जुलूस सुब्बहानी मियां की सरपरस्ती में दरगाह -ए-आला हजरत को रवाना हुआ जो कुतुबखाना नावेल्टी बिहारीपुर होते हुए देर रात दरगाह पर पहुंचा। इस दौरान सज्जादानशीन अहसन मियां भी मौजूद रहे। जुलूस दरगाह पर पहुंचने के बाद फातिहा ख्वानी हुई।

नबी की शान में पढ़ी नातख्वानी

मंडे को निकाले गए ईद मिलादुन्नबी के जुलूस को जगह-जगह पर लोगों ने फूलों की बारिश की। इस दौरान अंजुमन के मेंबर अटै्रक्टिव ड्रेस में सजे थे। अंजुमन के मेंबर्स ने अपनी बाइक भी बेहतरीन तरह से सजाई हुई थी। जुलूस में कई झांकियां भी निकली। इस दौरान अंजुमन के मेंबर्स नातख्वानी करते हुए चल रहे थे। जुलूस में जनशक्ति एकता पार्टी, आईसेफ एजुकेशनल सोशल सोसाइटी ने कोहाड़ापीर पर कैम्प लगाकर अंजुमनों को पुरस्कार वितरण किए। मुस्लिम राष्ट्रवादी सेवक संघ ने किला स्थित श्रीराम मार्केट में अंजुमनों को 150 राष्ट्रीय ध्वज वितरित किए।

दुल्हन की तरह था शहर

ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। ज्यादातर जगहों पर आकर्षक झालरों से की गई सजावट देखते ही बन रही थी। वहीं लोगों ने अपने घरों के ऊपर झंडे लगाए और उसे बिजली की झालरों से सजाया था। जुलूस में स्वाले नगर, विधौलिया, रजा कालोनी, आंनद बिहार कालोनी, अटरिया, महेशपुरा, पुरनापुर, परतापुर, फरीदपुर, महलऊ, बिहार कला, जीवन सहाय परतापुर, पीरबहोरा, करेली, करगैना, सुभाषनगर सहित करीब 249 अंजुमन ने भाग लिया।

कुछ लोगों किया विरोध

स्वाले नगर में शाम जुलूस के रूप में जा रहे अंजुमन पर कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया। सूचना पर पहुंची किला पुलिस जब तक पहुंची तब तक आरोपी वहां से फरार हो गए। हालांकि पत्थर किसी अंजुमन को नहीं लगा। जिसके बाद पुलिस ने अंजुमन को निकलवा दिया।