- कर्मचारियों पर हो रहे हमलों को लेकर बिजली विभाग ने पुलिस प्रशासन से मांगी मदद

- कटियाबाजों और बकाएदारों के खिलाफ बिजली विभाग चला रहा है अभियान

BAREILLY:

कटियाबाजों और बकाएदारों के यहां अपना पैसा निकालने के लिए इन दिनों बिजली विभाग अभियान चला रहा है। लेकिन, यह चेकिंग अभियान बिजली कर्मचारियों पर भारी पड़ रहा है। दबंग कटियाबाजों और बकाएदारों के आगे उनकी एक भी नहीं चल रही है। आए दिन कर्मचारी पिट जा रहे हैं। जिसको देखते हुए विभाग ने पुलिस प्रशासन से मदद मांगी हैं। ताकि, मार्केट में फंसा उनका साढ़े तीन अरब रुपए निकल आए।

साढ़े तीन अरब रुपए हैं फंसा

बरेली जोन में बकाएदारों पर बिजली विभाग का साढ़े तीन अरब रुपए बकाया है। सबसे अधिक बकाया बरेली जिले के बिजली उपभोक्ताओं पर है। इसके बाद बदायूं और पीलीभीत जिलों का नंबर आता है। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नोटिस भेजने, कैंप लगाए जाने और घर-घर जाकर वसूली किए जाने के बाद भी बकाएदार बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल कटियाबाजों का है। न्यू बिजली कनेक्शन लेने की बजाय वह बिजली का चोरी से इस्तेमाल कर रहे हैं।

सख्ती करने पर पिट रहे कर्मचारी

अधिकारियों की मानें तो, मार्केट में फंसे बकाया राजस्व की वसूली हो जाए तो विभाग का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत हो जाए। लेकिन, जिले के कुछ लोग सिस्टम को फेल करने में लगे हुए हैं। सख्ती करने पर मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं। पिछले दिनों आजमनगर में ही मीटर बाईपास कर बिजली चोरी करते पाए जाने पर मोहम्मद इस्लाम नाम के एक व्यक्ति ने खूब हंगामा काटा था। मोहल्ले के 20-25 लोगों को इकट्ठा कर कर्मचारियों को बंधक बना लिया था। कर्मचारियों ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचायी थी। इसी तरह कालीबाड़ी और जगतपुर में भी विभाग के कर्मचारी पिट चुके हैं।

कुछ लोग हैं, जो सिस्टम को फेल करने में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही हैं। पुलिस की भी मदद मांगी गयी है। ताकि, विभाग बकाएदारों और कटियाबाजों के खिलाफ सख्ती के साथ कार्रवाई कर सकें।

राजकुमार अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग