टल गए प्रैक्टिकल्स

मार्च में यूजी और पीजी के मेन एग्जाम्स होने हैं। ऐसे में एग्जाम्स से पहले प्रैक्टिकल्स एग्जाम कंडक्ट कराए जाते हैं। कर्मचारियों की स्ट्राइक की वजह से जिन प्रैक्टिकल्स की डेट फिक्स हो गई थी उन्हें टाल दिया गया है। केमेस्ट्री और फिजिक्स के प्रैक्टिकल्स को पोस्टपोन कर दिया गया है। नई डेट डिक्लेयर नहीं की गई है। टीचर्स की मानें तो इस वीक डेट डिक्लेयर करने के आसार नहीं हैं। कर्मचारियों की स्ट्राइक को देखते हुए कॉलेज मैनेजमेंट ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाए हैं। ऐसे में उनकी स्ट्राइक खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इसी हालात को देखते हुए टीचर्स ने बाकी प्रैक्टिकल्स एग्जाम्स का शेड्यूल भी जारी नहीं किया। टीचर्स की मानें तो यदि जल्द ही स्ट्राइक खत्म नहीं हुई तो प्रैक्टिकल्स मेन एग्जाम्स के खत्म होने के बाद ही कराने पड़ेंगे।

एग्जाम्स की तैयारियां ठप

अस्थाई कर्मचारियों की स्ट्राइक की वजह से कॉलेज में मेन एग्जाम्स की सारी तैयारियां ठप हो गई हैं। लास्ट मोमेंट पर सैकड़ों स्टूडेंट्स के फॉम्र्स के करेक्शन किए जाने होते हैं। यह काम काफी प्रभावित हुआ है। वहीं यूनिवर्सिटी से एडमिट काड्र्स की खेप पहुंचनी शुरू हो गई है। इसे कर्मचारियों की मदद से ही बंटवाया जाता है। यह काम भी पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। बीसीबी में हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स एग्जाम्स देते हैं। ऐसे में लास्ट मोमेंट पर एडमिट कार्ड बांटना कॉलेज को भारी पड़ सकता है।

नहीं खुला ताला

बढ़ा वेतन लागू करने की मांग को लेकर कर्मचारियों की स्ट्राइक चरम पर है। ट्यूजडे को हुई तालाबंदी वेडनसडे को भी जारी रही। प्रिंसिपल अॅाफिस पर ताला जड़ा ही रहा वहीं दूसरे विभागों में भी कोई काम नहीं हुआ। कर्मचारियों ने सभी काम ठप कर दिए हैं। इस बीच कॉलेज का स्टाफ कर्मचारियों से ताला खुलवाने भी आया लेकिन वे नहीं माने। वे दिन भर ऑफिस में धरना प्रदर्शन करते रहे। कॉलेज मैनेजमेंट विरोधी नारे भी लगाए गए।