डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शुरू होगा डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड कोर्स

मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर होगी पढ़ाई, पूरी होगी डॉक्टर्स की कमी

>BAREILLY: बरेली का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल अपने करीब 160 साल पुराने इतिहास में एक अनूठा कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज देने के साथ ही डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जल्द ही मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर डॉक्टर्स की पढ़ाई भी शुरू होगी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड, डीएनबी कोर्स संचालित किए जाने की शासन की योजना है। एमबीबीएस डॉक्टर्स के पोस्ट ग्रेजुएट व पोस्टडॉक्टोरल मेडिकल एजुकेशन के लिए यह कोर्स निजी हॉस्पिटल्स में संचालित किया जाता रहा है। शासन की ओर से इस कोर्स के लिए चयनित किए जाने के बाद मंडल ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की साख और मजबूती हुई है।

यह होता है डीएनबी कोर्स

डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड, डीएनबी का टाइटल डॉक्टर्स को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन, एनबीई की ओर से दिया जाता है। एनबीई स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक ऑटोनॉमस बॉडी है। जो साल में दो बार इस कोर्स के लिए एंट्रेस एग्जाम कराती है। डीएनबी का कोर्स तीन वर्ष का होता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएट व पोस्ट डॉक्टोरल एजुकेशन में महारथ हासिल कर चुके डॉक्टर्स को डीएनबी का टाइटल दिया जाता है। जो मेडिकल कॉलेज में एमडी व एमएस की डिग्री के समकक्ष ही होता है।

डॉक्टर्स की कमी से निजात

शासन की ओर से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल समेत प्रदेश के 17 हॉस्पिटल्स में डीएनबी कोर्स संचालित किए जाने की योजना है। इनमें लखनऊ के 4 व वाराणसी के 3 हॉस्पिटल्स भी शामिल हैं। वहीं कानपुर, गोरखपुर, बस्ती, अलीगढ़, सहारनपुर, रायबरेली और मेरठ का 1-1 हॉस्पिटल योजना के तहत चुना गया है। इस कोर्स को करने के दौरान डॉक्टर्स हॉस्पिटल परिसर में ही रहते हैं। शासन की योजना इस कोर्स को संचालित कर डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने की है।

शासन ने मांगी रिपोर्ट

डीएनबी कोर्स संचालित करने के लिए शासन की ओर से चयनित किए गए सभी 17 हॉस्पिटल्स से डाटा व रिकार्ड मांगा गया है। इसमें हॉस्पिटल में उपलब्ध बेड की संख्या, सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के नाम, स्पेशियलिटी, सर्विस पीरियड, योग्यता व अन्य संसाधनों की सूचना शामिल है। यह जानकारी डीएनबी गाइडलाइंस के तहत प्रस्ताव के साथ शासन को भेजा जाना है। इस बाबत शासन की ओर से फ्राइडे को ही एक बैठक डायरेक्ट्रेट में बुलाई गई।

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मरीजों को िमलेगी राहत

- डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 43 पदों पर 26 डॉक्टर्स की तैनाती। खाली पदों की कमी होगी पूरी।

- स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी पूरी होने से मरीजों का इलाज बेहतर होगा।

- डॉक्टर्स पढ़ाई के साथ ही ओपीडी व आईपीडी मरीजों को इलाज दे सकेंगे।

- रेजीडेंशियल कोर्स होने से डॉक्टर्स ऑन कॉल फौरन मरीज के पास पहुंच सकेंगे।

- पैथोलॉजी, बच्चा वार्ड व इमरजेंसी वार्ड में इलाज का दबाव कम होगा।

- ओपीडी में रोजाना औसतन 3000 मरीजों को समय पर इलाज देने की सुविधा।

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शासन की ओर से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डीएनबी कोर्स संचालित कराया जा रहा है। इस कोर्स से हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की कमी पूरी होगी और मरीजों को राहत मिलेगी। यह कोर्स एमडी व एमएस के ही बराबर है।

- डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस