-हरदोई के रिटायर्ड आर्मी पर्सन की आईडी पर पोर्ट कराया गया था सिम

-दो महीने में 30-40 बार ही सिर्फ अनुराग के मोबाइल पर हुई बात

BAREILLY: गंगाशील आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र अनुराग पटेल के अपहरण में पिता के पास फर्जी नंबर से एक करोड़ की फिरौती की कॉल आई थी। इस नंबर को हरदोई के मढ़उआ के रहने वाले रिटायर्ड आर्मी पर्सन के नाम पोर्ट किया गया है। यही नहीं पुलिस को इस नंबर की कॉल डिटेल से भी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस का मानना है कि अनुराग के गायब होने की प्लानिंग लंबे समय से चल रही थी और जिसके चलते कोई सुराग हाथ नहीं आ रहा है। अनुराग को गायब हुए एक सप्ताह का समय हो गया है लेकिन उसका पुलिस सुराग नहीं लगा पा रही है जिससे परिवार के लोगों की भी टेंशन बढ़ती जा रही है। पुलिस की टीमें हरदोई व शाहजहांपुर में डेरा डाले हुए हैं।

नहीं मिला बी पाटीर् का नंबर

2 मई को अनुराग के पिता हाकिम सिंह के मोबाइल पर सुबह कॉल आई थी कि अगर 5 मई तक 1 करोड़ रुपए नहीं दिए तो उनके बेटे की लाश मिलेगी। जिसके बाद उन्होंने 4 मई को डीआईजी से शिकायत की थी और पुलिस हरकत में आ गई। जब पुलिस के पास रेंसम वाले नंबर की कॉल डिटेल पहुंची तो पता चला कि नंबर हरदोई के मढउआ निवासी शिव शंकर लाल के नाम पर जारी हुआ है। इस नंबर को पंजाब से हरदोई में पोर्ट कराया गया है। नंबर मार्च में पोर्ट हुआ है। उसके बाद से इस नंबर से सिर्फ अनुराग के नंबर पर ही बात हुई है। बात सिर्फ 30-40 बार ही हुई है। जिससे पुलिस को बी पार्टी का नंबर भी नहीं मिल पा रहा है। यही नहीं रेंसम की काल के बाद से मोबाइल लगातार स्विच ऑफ जा रहा है। अनुराग के दोनों नंबर भी अभी तक बंद मिल रहे हैं। पुलिस ने अनुराग के दोनों नंबरों की पुरानी काल डिटेल भी निकलवाई है। इनमें से सबसे ज्यादा नंबरों पर बात होने वालों से भी पुलिस ने संपर्क किया लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

कई लड़कियों से करता था बात

अनुराग की काल डिटेल और दोस्तों से पूछताछ के बाद सामने आया है कि अनुराग की कई लड़कियों से लंबी बात होती रहती थी। वह मामा की लड़की से बात करता था और शादी करना भी चाहता था। यही नहीं वह आंवला में भी एक रिश्तेदार के घर मिलने जाता था। वह रिश्तेदार की एक लड़की से भी बात करता था। उसके मामा के द्वारा अनुराग के पिता को किसी तांत्रिक के पास तलाशने के लिए ले जाने की वजह से एक दिन की देरी हुई जिससे पुलिस को मामा के परिवार पर शक हुआ लेकिन पूछताछ में कुछ भी हाथ नहीं लगा। इसके अलावा भी उसके कई लड़कियों से संपर्क थे। अब पुलिस को डर है कि कहीं इनमें से किसी लड़की के जानकार ने कहीं कोई प्लानिंग कर वारदात को अंजाम तो नहीं दिया है। पुलिस ने आंवला में जाकर भी रिश्तेदार से पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस ने दोस्तों से पूछताछ की तो सामने आया कि वह शाहजहांपुर में किसी का एडमिशन कराने के लिए गया था। उसके साथ में आकाश भी गया था। पुलिस ने उस युवक को भी ट्रेस कर फोटो दिखाया लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका।