-शाही की महिला ने चाय में नशा देकर अपहरण और गैंगरेप का लगाया था आरोप

-पड़ोस की महिला को जेल भेजवाने की रची थी साजिश, अब होगी कार्रवाई

BAREILLY: नोट बदलवाने के बहाने से महिला का अपहरण और गैंगरेप की फर्जी कहानी का पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से पहले ही खुलासा कर दिया। महिला गुस्से में अपने घर से मायके चली गई थी और रंजिशन पड़ोस की महिला को जेल भेजवाने की साजिश रचकर एसएसपी ऑफिस पहुंच गई थी। महिला की इस साजिश में गांव के कुछ लोगों के अलावा एक एडवोकेट ने भी साथ दिया। वहीं कॉल डिटेल में भी दोनों की लोकेशन हल्द्वानी में मिली। अब पुलिस सभी के खिलाफ लीगल एक्शन लेगी।

जेठ ने पहले ही कर दिया था मना

प्रेस कांफ्रेंस में एसपी रूरल यमुना प्रसाद ने बताया कि शाही के खुर्रमपुर निवासी नेहा ने थर्सडे एसएसपी ऑफिस में प्रार्थना पत्र दिया था कि 11 नवंबर को पड़ोस की रहने वाली रेशमवती ने चाय में नशा देकर उसका अपहरण किया और फिर दो युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। एसएसपी के निर्देश पर एसआई शिव कुमार शुक्ला ने महिला के घर जाकर जांच की तो वहां पर उसे नेहा का बहनोई यानि जेठ दयाराम मिल गया। जब उससे गैंगरेप के बारे में पूछा तो उसने साफ मना कर दिया।

गुस्सा होकर गई थी घर से

पूछताछ में आया कि हल्द्वानी की रहने वाली चचेरी बहनों नेहा और पूजा की शादी खुर्रमपुर निवासी छत्रपाल और दयाराम से हुई है। दयाराम जम्मू और छत्रपाल चेन्नई में काम करता है। 11 नवंबर को दोनों ने पतियों से से मायके जाने के लिए कहा तो कुछ कहासुनी हो गई, जिसके बाद दोनों गुस्से में मायके चली गई। गांव के लोगों ने दयाराम और छत्रपाल को बताया कि उनकी पत्नियां कहीं चली गई हैं। पत्नियों के जाने के बाद दोनों घर आ गए और पड़ोस में रहने वाली रेशमवती से पूछा तो उसने दोनों के बारे में जानकारी से इनकार कर दिया।

गांव वालों की हेल्प से रची कहानी

इसी दौरान 19 नवंबर को छत्रपाल के भाई वीरसिंह ने बताया कि दोनों भाभी हल्द्वानी में हैं, जिसके बाद छत्रपाल 20 नवंबर को नेहा को गांव वापस लेकर आ गया। डर के चलते नेहा ने नई कहानी रच दी। यही नहीं गांव के सूरजपाल और भतीजे हरीश के कहने पर रेशमवती को फंसाने की साजिश रची। उसके बाद एक वकील की मदद से झूठा प्रार्थना पत्र तैयार कर एसएसपी ऑफिस में दे दिया।