घायल मरीज को कोपल हॉस्पिटल ने लौटाया, सीएमओ ने भेजा कार्रवाई का नोटिस

BAREILLY:

सरकार के सभी हॉस्पिटल को 24 नवंबर तक मरीजों से इलाज के लिए 500-1000 की करेंसी लेने के आदेश के बावजूद मेडिकल हब में इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शहर के पीलीभीत बाईपास स्थित कोपल हॉस्पिटल पर एक घायल मरीज को 500 की करेंसी के चलते इलाज देने से इनकार करने का आरोप है। हॉस्पिटल के खिलाफ मरीज के पिता ने सीएमओ डॉ। विजय यादव से सैटरडे को कंप्लेन की है। जिसमें हॉस्पिटल की ओर से घायल बेटे को इलाज देने के बजाए लौटा दिया गया। जिससे खून ज्यादा बहने से बेटे की मौत भी हो सकती थी।

हॉस्पिटल से जवाब-तलब

महानगर निवासी त्रिवेणी प्रसाद कन्नौजिया सीएमओ ऑफिस में तैनात हैं। फ्राइडे को उनका बेटा घायल हो गया था। खून बहने पर युवक फ्राइडे को कोपल हॉस्पिटल इलाज के लिए पहुंचा। आरोप है कि हॉस्पिटल ने पुरानी करेंसी का 500 रुपए का नोट लेने से इनकार कर दिया। सैटरडे को हॉस्पिटल के खिलाफ सीएमओ से शिकायत हुई, जिसके बाद सीएमओ ने हॉस्पिटल मैनेजमेंट को मामले की जानकारी आईएमए को देने के बाद 2 दिन में कार्रवाई किए जाने का नोटिस भेजा है। वहीं पूरे मामले में हॉस्पिटल से जवाब तलब कर लिया गया है।

डीएम का आदेश नहीं मानता

सीएमओ ने हॉस्पिटल को भेजी अपनी नोटिस में साफ किया है कि भारत सरकार की ओर से सभी हॉस्पिटल्स मरीजों से बैन करेंसी लेकर इलाज करें। लेकिन हॉस्पिटल की ओर से करेंसी लेने से मनाकर मरीज को इलाज दिए बिना लौटा दिया गया। जिससे मरीज की मौत भी हो सकती थी। साथ ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट का यह कहना कि 'डीएम के आदेश से नहीं डरता' का बयान बेहद खेदजनक है। सीएमओ ने हॉस्पिटल मैनेजमेंट से मामले में कार्रवाई करने से पहले जल्द जवाब मांगा है।

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मरीज को मामूली चोट आई थी। वह शराब पीए हुए था और हॉस्पिटल में हंगामा कर रहा था। मना करने पर सीएमओ से कार्रवाई की धमकी दे रहा था। मैं बाहर था, मरीज को रूकने को कहा भी था। लेकिन वह चला गया था। - डॉ। कृष्णपाल, संचालक, कोपल हॉस्पिटल

करेंसी के लिए मरीज को इलाज से मना करना गलत है। आईएमए इसकी निंदा करता है। हॉस्पिटल करेंसी ले या न लें, लेकिन मरीज को इलाज जरूर दें। हॉस्पटल मैनेजेमेंट से इस बारे में बात करेंगे। लेकिन मरीज के मामले की जांच भी होनी चाहिए। - डॉ। जेके भाटिया, प्रेसीडेंट, आईएमए