-सुच्चा सिंह के साथ उसकी पत्‍‌नी और बच्चे भी होते थे हावी

>BAREILLY: एक साथ पांच मर्डर से सबको हैरानी थी कि कोई इतनी खूंखार तरीके से कैसे सभी को मौत के घाट उतार सकता है। इस सवाल का जबाव खुद भाई कश्मीर सिंह ने दिया। गत 20 जून को सुच्चा सिंह कश्मीर सिंह घर में घुस गया था और विरोध पर पत्‍‌नी को हाथ पकड़कर बाहर खींचकर ले गया था। इस मामले में सुच्चा सिंह का शांतिभंग में चालान हुआ था। वारदात से दो दिन पहले सुच्चा ने कहा था कि अब वह भाई नही कसाई है और उसे दो दिन में खत्म कर देगा। जिसके बाद उसने हत्या की प्लानिंग की। उसने दो पौव्वे शराब के पिए और फिर एक के बाद एक सबका गला काटता चला गया। उसे किसी की मौत का कोई गम नहीं है। क्योंकि सुच्चा अक्सर झगड़ा करता था। झगड़े में उसकी पत्‍‌नी और बच्चे हथियार लेकर आगे आ जाते थे। बच्चे रेप में गवाह बने हुए थे।

ऐसे सुच्चा को मारा सोनू ने

एसएसपी ने बताया कि दो दिन पहले जान से मारने की धमकी के बाद कश्मीर सिंह ने हत्या का प्लान कर मंडे सुबह 11 बजे पूरनपुर बहनोई सोनू के घर गया। वहां से वह शाम 5 बजे तक सोनू के साथ ट्रक से वापस भी आ गया। भड़सर से वह और सोनू अलग-अलग गांव पहुंचे। जिसके बाद भड़सर में सोनू ने सुच्चा सिंह के साथ शराब पी फिर सुच्चा सिंह ने दो डिब्बी सिगरेट और दो गुटखा खरीदा। वापस लौटते वक्त सोनू ने सुच्चा की बाइक में टंगे बैग से लोडेड तमंचा निकाला और पीछे से गोली मार दी।

कश्मीर ने फिर सबको काट डाला

कश्मीर के मुताबिक वह सुच्चा के होते हुए परिवार को खत्म नहीं कर सकता था। वह शराब के नशे में तलवार लेकर गया और घर में नीचे मौजूद जसप्रीत पर तलवार से ताबड़तोड़ वार किए। जसप्रीत की आवाज सुनकर छत पर मौजूद बच्चे सीढि़यों से नीचे आने लगे तो वह उनपर तलवार लेकर दौड़ा। इस पर बच्चे छत पर चढ़ गए तो वह छत पर पहुंचा और बच्चों पर तलवार से ताबड़तोड़ वार किए। आशू चारपाई के नीचे छिपी तो उसे भी काट डाला।

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सिगरेट की डिब्बी ने खोल दिया राज

-पुलिस को सुच्चा की लाश के पास मिली थीं दो सिगरेट की डिब्बी

पुलिस को जब सुच्चा सिंह की लाश के पास से दो नई सिगरेट की डिब्बी मिली थीं। एक डिब्बी से सिगरेट निकली हुई थीं। जिससे पुलिस ने आसपास के सिगरेट दुकानदारों की तलाश करनी शुरू की। सुच्चा सिंह ने शाम के वक्त भड़सर में प्रदीप की दुकान से दो सिगरेट की डिब्बी और दो गुटखा खरीदे थे। सुच्चा सिंह के साथ में कोई शख्स था। इस पर प्रदीप के पिता श्यामलाल ने पूछा था कि ये कौन है तो उसने बहनोई बताया था। इससे साफ हो गया कि वापस लौटते वक्त उसके साथ मौजूद शख्स ने ही हत्या की है।

बेटी ने दिए अहम सुराग

जब पुलिस कश्मीर के बारे में मां से पूछा तो उसने कश्मीर के पूरनपुर में होने की बात कह रही थी। मां कुछ बताती थी तो उसकी पत्‍‌नी बीच में बोलने लगती थी। इस पर पुलिस ने कश्मीर की छोटी बेटी को अलग ले जाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि शाम के वक्त उसके पिता घर पर थे जिससे पुलिस को कश्मीर सिंह पर शक हो गया।

कहा शाम को था कश्मीर सिंह

पूरनपुर जाने के दौरान कश्मीर सिंह साइकिल से भड़सर तक गया था। यहां पर उसने दर्जी दीनदयाल की दुकान पर साइकिल खड़ी की थी और कहा था कि वह शाम को वापस ले जाएगा। शाम को जब दीनदयाल ने दुकान बंद की तो उसने साइकिल पड़ोस के सालिकराम के यहां खड़ी कर दी और कहा कि कश्मीर सिंह आए तो उसे दे देना। शाम को जब कश्मीर सिंह आया तो साइकिल लेकर चला गया। इससे साफ हो गया कि कश्मीर सिंह शाम के वक्त घर पर था।

सिम मिलते ही खाेल दिया राज

शक के आधार पर पुलिस ने कश्मीर सिंह को पूछताछ के लिए उठा लिया लेकिन वह नार्मल बिहेवियर ही कर रहा था। वह बार-बार कह रहा था कि वह तो पूरनपुर में था। उसकी कॉल डिटेल में मंडे शाम और ट्यूजडे शाम की लोकेशन पीलीभीत आ रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद जब पुलिस ने उसके कपड़ों की तलाशी ली तो एक सिम निकला। सिम निकलते ही वह घबरा गया और फिर पूरी कहानी बता दी।

सोनू को देने गया था रुपए

जब सोनू ने सुच्चा की गोली मारकर हत्या कर दी तो उसने पत्‍‌नी को फोन किया और बताया कि उसके पास रुपए नहीं हैं। इस पर सोनू की पत्‍‌नी ने भाई कश्मीर को फोन किया। तब कश्मीर उसे 200 रुपए देकर आया। उसके बाद उसने अपने कपड़े धोकर डाल दिए और घर के अंदर तलवार छुपा दी और फिर घर से फरार हो गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल तलवार बरामद कर ली है।

बेंजडीन टेस्ट भी कराया

पुलिस ने कश्मीर सिंह के घर से मिली तलवार और फर्श पर पड़े मिले ब्लड का बेंजडीन टेस्ट कराया। इस टेस्ट से साफ हो गया कि तलवार पर लगा ब्लड ह्यूमन का ही है। पुलिस को घर के बाहर जो शर्ट मिली थी वह न तो सुच्चा सिंह की थी और न ही कश्मीर सिंह की। उसपर कोई ब्लड का निशान भी नहीं था।

मां के रोल की जांच शुरू

पुलिस ने अभी इस मामले में सुच्चा की मां के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है लेकिन उसके रोल की जांच शुरू हो गई है। क्योंकि उसने ही पुलिस को बताया था कि रात में 12 बजे झगड़े के बाद सुच्चा सिंह ने अपनी पत्‍‌नी और बच्चे की हत्या कर दी। यही नहीं कश्मीर की पत्‍‌नी भी सब जानती थी। अब पुलिस उन दोनों पर भी कार्रवाई कर सकती है।

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ढाई बीघा जमीन में चार हिस्से से शुरू हुई दरार

सुच्चा के परिवार में दरार की शुरुआत ढाई बीघा जमीन से शुरू हुई। सुच्चा के पिता वीर सिंह ने ढाई बीघा जमीन को तीन हिस्से बेटों और पौने 12 बीसा हिस्सा बहनोई जंग बहादुर के नाम कर दी। जंग बहादुर ने 14 बिसवा जमीन कब्जा कर ली। जब कब्जे का विरोध शुरू हुआ तो जंग बहादुर ने सुच्चा, उसके पिता और दो भाइयों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसमें कोर्ट में बयान में सुच्चा के पिता और कश्मीर सिंह का नाम निकल गया और सुच्चा को जेल जाना पड़ गया। जिसके बाद सुच्चा कश्मीर सिंह से दुश्मनी मानने लगा था। जेल से वापस आने के बाद सुच्चा की पत्‍‌नी जसप्रीत ने कश्मीर सिंह और मेजर सिंह के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज करा दिया था। इस मामले में समझौता हो गया था लेकिन फिर से शिकायत कर दी थी।