- फ्रिक्वेंसी कम होने से आ रही नेटवर्क में हो रही दिक्कत

>BAREILLY: कोहरे ने टेलीकॉम कंपनियों के नेटवर्क फ्रिक्वेंसी को रोक दिया है। फ्रिक्वेंसी कम होने से नेटवर्क प्रॉब्लम उत्पन्न हो गयी है। मोबाइल यूजर्स कॉल ड्रॉप व बातचीत में खरखराहट जैसी समस्या से जूझने लग गए हैं। कोहरे ने टेलीकॉम कंपनियों द्वारा टॉवर्स के बिछाए गए जाल और स्ट्रांग कनेक्टिविटी की बातें खोखले साबित हो रहे हैं।

कोहरे ने रोका बाताें की तार

एक टॉवर की कैपिसिटी करीब 1200 मोबाइल यूजर्स के एक साथ बात करने की होती है। प्रत्येक टॉवर के नेटवर्क की फ्रिक्वेंसी 3-4 किलोमीटर तक की होती है। लेकिन, रात और सुबह गिर रहे कोहरे के दबाव से फ्रिक्वेंसी का दायरा कम हो गया है। टॉवर की रेंज 1 किलोमीटर तक सिमट जा रही है। ऐसे में टॉवर्स सभी मोबाइल यूजर्स को एक साथ कनेक्टिविटी नहीं दे पा रहा है। बीच में ही बात कट जा रही है। ज्यादातर कॉल ड्रॉप्स सेम नेटवर्क वाले ऑपरेटर में ही होते है। क्योंकि इंट्रा मोबाइल टू मोबाइल नेटवर्क काफी हाई हाेता है।

आठ लाख से अध्िाक कस्टमर

शहर में विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों के कस्टमर की संख्या करीब 8 लाख है। लेकिन, टेलीकॉम कंपनियों के 650 टॉवर शहर में लगे हुए हैं। जोकि, पहले से ही मोबाइल यूजर्स के मुकाबले से कम है। ऊपर से कोहरे ने नेटवर्क कनेक्टिविटी को और पुअर कर दिया है। जिसके चलते विंटर में कॉल ड्रॉप की समस्या सबसे ज्यादा उत्पन्न हो रही है।

कोहरे के चलते टॉवर्स से निकलने वाली नेटवर्क फ्रिक्वेंसी कम हो गयी है। फ्रिक्वेंसी का दायरा कम होने से गर्मी के मुकाबले कनेक्टिविटी की प्रॉब्लॅम्स बढ़ी है।

मणि राम, सीनियर मैनेजर, बीएसएनएल