- हंगामा की वजह से बीच में ही रोकना पड़ा प्रोग्राम

- बाद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया सम्मानित

BAREILLY:

आरयू 44 वें स्थापना दिवस पर उस वक्त हंगामा मचने लगा जब एक विधायक का सम्मान नहीं हुआ। प्रोग्राम में आए विधायक नाराज हो गए और हंगामा काटने लगे, जिसकी वजह से प्रोग्राम बीच में ही रुक गया। सैटरडे को आरयू के स्थापना दिवस समारोह में एलुमनाई, पूर्व कुलपति और स्पो‌र्ट्स से जुड़े खिलाडि़यों का सम्मान किया जा रहा था। इसी बीच मंच के सामने बैठे बीजेपी के विधायक बिफर पड़े और विधायक डॉ। श्याम बिहारी लाल की ओर हाथ कर सम्मानित करने के लिए जोर-जोर से शोर मचाने लगे, जिससे प्रोग्राम बीच में ही कुछ देर के लिए रोकना पड़ा।

दलित की वजह से सम्मान नहीं

भाजपा के फरीदपुर विधायक डॉ। श्याम बिहारी लाल का मंच पर सम्मान न होने से नाराज आंवला सांसद धर्मेद्र कश्यप और भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल मौर्य समेत अन्य विधायकों ने आरयू के स्थापना दिवस कार्यक्रम में सैटरडे को हंगामा कर दिया। उन्होंने कुलपति पर आरोप लगाया कि दलित होने के कारण विधायक डॉ। श्याम बिहारी लाल को मंच से सम्मान नहीं दिया गया। जबकि डॉ। सुधांशु त्रिवेदी भी आरयू में शिक्षक हैं। उन्हें मंच पर सम्मानित किया गया।

कुलपति की नीयत ठीक नहीं

आंवला सांसद धर्मेद्र कश्यप सबसे अधिक नाराज दिखे। उनका कहना था कि डॉ। श्याम बिहारी लाल आरयू के छात्र रहे हैं और आरयू के हेड ऑफ डिपार्टमेंट, प्रोफेसर और विधायक हैं। फिर भी उनका सम्मान नहीं। जबकि एक फैक्ट्री में काम करने वाले उपाध्यक्ष का सम्मान किया जा रहा है। सांसद धमेंद्र कश्यप का डायरेक्ट निशाना शरद मिश्रा पर रहा। जो कि केसर इंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष हैं। सम्मान देने, करने के पीछे कुलपति की नीयत ठीक नहीं है।

हंगामा के बाद किया सम्मानित

हंगामा होने के बाद आरयू के कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने माइक संभाला। उन्होंने कहा कि डॉ। श्याम बिहारी लाल फरीदपुर से पॉपुलर विधायक और हमारे घर के व्यक्ति हैं। बाद में श्याम बिहारी को मंच पर बुला कर सम्मानित किया गया। इसके बाद ही भाजपा विधायक शांत हुए। काफी देर तक पांडाल में गहमागहमी और हंगामा रहा। विधायक के मंच पर पहुंचने पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुके भेंट कर उनका स्वागत किया।