- जिले के कई गांवों से संदिग्ध और वायरल बुखार की आ रही थी सूचना

- डेंगू की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डाला डेरा

बरेली : अब तक लोगों में डेंगू की पुष्टि न होने के चलते राहत महसूस कर रहे स्वास्थ्य विभाग में अब हड़कंप मचा है। जिन गांवों से सूचना आ भी रही थी, वहां मामूली बुखार या वायरल बताया जा रहा था। हाल ही में मजनूपुर के आठ लोगों के एक अस्पताल से सैंपल लिए गए थे, जिन्हें एलाइजा जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था। इन्हीं में से चार लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जानकारी मिलते ही डॉक्टर्स की टीम ने मजनूपुर में डेरा डाल लिया है, लेकिन सिर्फ मजनूपुर नहीं बल्कि जिले के कई ऐसे गांव हैं जहां हालात ऐसे ही हैं। गांवों में कई लोग बीमार हैं और कई अस्पताल में भर्ती हैं।

निजी अस्पतालों में भर्ती हजारों मरीज

शहर के निजी अस्पतालों में देहात क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के हजारों मरीजों को इलाज हो रहा है। निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने इनके तीमारदारों को डेंगू होने की आशंका बताई है। साथ ही उसी अनुसार उनका इलाज भी चल रहा है। खून की कमी, प्लेटलेट्स कम होने समेत अन्य सभी लक्षण डेंगू के ही हैं। चौपुला, नकटिया, किला के पास और पीलीभीत रोड पर स्थित अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी हुई है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस ओर नहीं देख रहा और न ही यह अस्पताल विभाग को सूचना दे रहे हैं।

जिला अस्पताल में एलाइजा मशीन खराब

बीते वर्षों में सैकड़ों लोग डेंगू की चपेट में आए थे, कई लोगों की जान भी गई थी। इसके चलते जिले में डेंगू की जांच के लिए एलाइजा मशीन मंगाई थी। लेकिन अब यह मशीन जिला अस्पतालों में कई महीनों से खराब पड़ी है। ऐसे में डेंगू का सैंपल लिए जाने के बाद लखनऊ से रिपोर्ट आने में तीन दिन लग जाते हैं। प्रयास चल रहा है कि एक निजी मेडिकल कॉलेज अपने यहां इसकी जांच कराने लगे।

कई लोग हो चुके हैं बीमार

करीब बीस दिन पहले मजनूपुर और दस दिन पहले तिलियापुर में कई लोगों के बीमार होने और कुछ लोगों की मौत गई थी। अंदेशा जताया था कि इन गांवों में डेंगू हो सकता है। यह सैंपल भी तब हुए जब निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के भर्ती होने की आशंका थी। इसके बाद एसीएमओ डॉ। रंजन गौतम ने अस्पताल में छापा मारकर वहां भर्ती मरीजों के सैंपल लेकर एलाइजा टेस्ट कराने के आदेश दिए थे।

मजनूपुर में चिन्हित किए जा रहे लोग

अब डेंगू की पुष्टि एक महिला और तीन किशोरियों में होने के बाद थर्सडे को विभाग की टीम गांव पहुंची और यहां यहां आशा व संगीनी को घर घर जाकर लोगों का डेटा तैयार किया कि गांव में कितने लोग बीमार हैं। अब इन सभी लोगों का शुक्रवार को सैंपल लिया जाएगा, जिसे लखनऊ जांच के लिए भेजा जाएगा।

12 अस्पतालों को नोटिस भेजा

शहर के अस्पतालों में भर्ती मरीजों में डेंगू के लक्षण बताए जा रहे हैं। ऐसे अस्पतालों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए हैं। इन लक्षण वाले मरीजों के बारे में स्वास्थ्य विभाग को क्यों नहीं बताया कि डेंगू के संदिग्ध मरीज भर्ती है। जिससे उनका एलाइजा टेस्ट किया जा सकता। ऐसे 12 अस्पतालों को नोटिस भेजा गया है।

अस्पताल में डेंगू के मरीज मिलना गंभीर है। आला हजरत अस्पताल से इनके सैंपल लिए गए थे। अब शहर के अन्य अस्पतालों से भी सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी। जिन अस्पतालों में ऐसे संदिग्ध मरीज भर्ती हों उनका सीरम लेकर भेजें, जिससे उनका एलाइजा टेस्ट कराया जा सके।

- डॉ। मीसम अब्बास, जिला एपीडेमियोलॉजिस्ट

मजनूपुर गांव में टीम पहुंच गई है। जल्द ही इस गांव के सभी संदिग्ध रोगियों की जांच पूरी कर ली जाएगी।

जिले के कुछ अन्य गांवों में भी लोगों को चिन्हित कर एलाइजा टेस्ट कराया जाएगा.- डॉ। डीआर सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी