- फर्जी शैक्षिक और निवास प्रमाण पत्रों लगाने पर 24 अभ्यर्थियों पर दर्ज हुआ मुकदमा

- अगस्त 2014 में शामिल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट की जांच कराने पर हुआ खुलासा।

<- फर्जी शैक्षिक और निवास प्रमाण पत्रों लगाने पर ख्ब् अभ्यर्थियों पर दर्ज हुआ मुकदमा

- अगस्त ख्0क्ब् में शामिल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट की जांच कराने पर हुआ खुलासा।

BAREILLY:

BAREILLY:

फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए सेना भर्ती में सेंध लगाने वाले करीब ख्ब् अभ्यर्थियों की भर्ती को खारिज कर दिया गया है। बरेली की आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस की ओर से इन सभी अभ्यर्थियों के कारनामें की शिकायत सेना के आलाधिकारियों से की गई है। बता दें कि पिछले करीब दो माह से भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा की संभावना के चलते डॉक्यूमेंट की जांच की जा रही थी, जिसके बाबत वेडनसडे को अधिकारियों ने सभी ख्ब् अभ्यर्थियों के खिलाफ थाना कैंट में रिपोर्ट दर्ज करायी है। एआरओ डायरेक्टर कर्नल राजीव दीक्षित ने बताया कि इन सभी के शैक्षिक समेत निवास प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए जाने पर रिपोर्ट दर्ज करायी गई है। वहीं, अभी अन्य अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट की जांच चल रही है।

यह था मामला

पिछले वर्ष ख्क् अगस्त से ख्9 अगस्त तक बरेली के जेआरसी टेक्निकल एरिया में भर्ती रैली आयोजित की गई थी, जिसमें भर्ती के दौरान ही कई सारे अभ्यर्थी फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए प्रवेश हासिल करना चाहते थे, लेकिन ऑन स्पॉट की गई जांच में ही करीब भ् अभ्यर्थी पकड़ में आ गए और उन्हें भर्ती से बाहर निकाल दिया गया था। भर्ती प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ब्00 अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग पर भेज दिया गया। लेकिन, इसी वर्ष फरवरी में फतेहगढ़ भर्ती रैली और मई में हुई भर्ती रैली में व्यापक स्तर पर हुए फर्जीवाड़ा के चलते लास्ट इयर अगस्त में ट्रेनिंग पर भेजे गए अभ्यर्थियों के भी डॉक्यूमेंट की जांच की गई तो ख्ब् फर्जीवाड़ा के केस मिले, जिसकी पुष्टि होने के बाद अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर भर्ती से निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

इन्होंने लगाए फर्जी डॉक्यूमेंट

शैक्षिक प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र के डॉक्यूमेंट फर्जी पाए जाने पर ख्ब् की भर्ती पर रोक लगा दी गई है। इसमें सुखराम सिंह, जुगेंद्र सिंह, रामनिवास, महेश, पवन कुमार, सवेंद्रा सिंह, राजू कुमार, संदीप सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, संजीव कुमार, मुकेश, कासिम, हरीश कुमार, अंकित कुमार, दीपक कुमार, योगेंद्र सिंह, आयुब खान, भूपेंद्र, अरुण शर्मा, सचिन कुमार, सत्यपाल सिंह, ओमकार सिंह, रामू यादव और संजीव कुमार शामिल हैं।

पिछले वर्ष अगस्त में हुई भर्ती में ट्रेनिंग पर भेजे गए अभ्यर्थियों की डॉक्यूमेंट की जांच करने पर ख्ब् फर्जीवाड़ा के मामले मिले हैं। उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। निरस्तीकरण की कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को बता दिया गया है।

कर्नल राजीव दीक्षित, डायरेक्टर, एआरओ