यह भी जानें

-15-20 दिन में आती है फूड सैंपल की रिपोर्ट

-30 फूड आइटम्स की शॉप पर एफएसडीए ने की छापेमारी

-20 अगस्त को पकड़ा था बिना लेवल का घी

-एफएसडीए ने देर से शुरू किया अभियान, फेस्टिवल के बाद आएगी सैंपल की रिपोर्ट

-शहर में जोर-शोर से चल मिलावट का खेल, कार्रवाई न होने से मिलावटखोरों के हौसले बुलंद

बरेली : अगर आप भी बाजार की मिठाई के शौकीन हैं तो यह न्यूज आपके लिए ही है। क्योंकि एफएसडीए ने अभी तक शहर के जिन दुकानों पर छापा मारकर सैंपल लिए हैं उसकी रिपोर्ट दिवाली बाद आएगी। ऐसे में रिपोर्ट आने तक न जाने कितने लोग मिलावटी फूड आइटम खा चुके होंगे लेकिन फूड आइटम्स में मिलावट पकड़ने की जिम्मेदारी जिस विभाग यानि एफएसडीए पर है, वह हर साल देर से जागता है। ऐसे में न जाने कितने लोग मिलावटी फूड आइटम खाकर बीमार हो रहे हैं।

लेट शुरू किया अभियान

एफएसडीए ने नवरात्र से फूड आइटम्स में मिलावट पकड़ने का अभियान शुरू किया है। इस दौरान जिन प्रतिष्ठानों से भी फूड आइटम के सैंपल लिए हैं, उसकी रिपोर्ट देर से आएगी। एफएसडीए के अफसरों के मुताबिक जो भी सैंपल लिए जाते हैं, उनको लखनऊ में बनी लैब में जांच के लिए भेजा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में करीब बीस दिनों का समय लगता है। ऐसे में तुरंत कार्रवाई कर पाना संभव नहीं होता है और दुकानदार रिपोर्ट आने से मिलावटी फूड आइटम बेचता रहता है।

जिले में यहां से हुई सैंपलिंग

एफएसडीए की टीम ने नवरात्र से जिले भर में दुकानों से फूड आइटम्स का सैंपल लिया गया है। आंवला, सुभाष नगर, राजेंद्र नगर, पटेल चौक समेत करीब 30 दुकानों से सैंपल लिए गए हैं, लेकिन इनकी रिपोर्ट दिवाली बाद तक ही आने की संभावना विभाग जता रहा है, ऐसे में लगातार लोग इन दुकानों से आइटम्स की खरीददारी कर रहे हैं।

फेस्टिवल पर होता ज्यादा खेल

वैसे तो फूड आइटम्स में मिलावट का खेल हमेशा होता रहता है लेकिन फेस्टिवल नजदीक आते ही मिलावट का खेल और बढ़ जाता है क्योंकि त्योहारों के चलते दूध, मावा, नमकीन आदि की खपत और डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में मिलावटखोर फूड आइटम्स में मिलावट का खेल शुरू कर देते हैं।

कागजों में हो रहा कोरोना से बचाव

कोरोना का संकट गहराने के बाद सभी इससे बचाव कर रहे हैं, लेकिन शहर की कई दुकानें ऐसी है लोगों की भीड़ दुकानों में जुटना शुरू हो गई जिससे कोरोना से बचाव की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन एफएसडीए के अफसरों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।

हाल ही पकड़ा था मिलावटी घी

एफएसडीए की टीम ने 18 अगस्त 2020 को नामी घी कारोबारी के प्रतिष्ठान में छापेमारी की तो वहां से बिना लेवल, पैकेजिंग व पैकिंग डेट का 85 टिन देशी घी मिला था। टीम ने मौके से एक सैंपल लेकर 1273 किलो देशी घी को सीज किया था। वहीं एफएसडीए की टीम ने 14 अगस्त को भी ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से बिना लेवल का 150 टिन देशी घी पकड़कर सीज किया था।

क्या है मानक

- दुकान में साफ स्थान पर खाद्य पदार्थो को बनाया जा रहा है

- जो भी कारीगर इसको तैयार कर रहा है उसके हाथों में गलब्स हों

- दुकान के एंटी गेट पर सेनेटाइजेशन का इंतजाम हो

- बिना मास्क के दुकान में किसी को प्रवेश न दिया जाए

- वहीं सभी फूड आइटम पर उनकी एक्सपायरी डेट लिखा होना जरुरी है।

कोरोना के चलते टीमों निरीक्षण के दौरान गाइड लाइन के मानकों का कड़ाई से पालन कराने को निर्देशित किया गया है, वहीं फेस्टिव सीजन के मद्देनजर जिले भर में छापेमारी कर सैंपल लिए जा रहे हैं, हालांकि रिपोर्ट आने में 15 से बीस दिनों का समय लगता है।

धर्मराज मिश्र, मुख्य अभिहित अधिकारी।