-लास्ट ईयर बरेली में शुरू नहीं हो पाई थी ट्रेनिंग

-केवी और परिषदीय स्कूल की छात्राओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

बेटियां अपनी अस्मत पर मंडरा रहे खतरे को भांप सकें। इसके लिए शासन ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय और परिषदीय स्कूल में गुड टच और बैड टच की ट्रेनिंग देने के आदेश बेसिक शिक्षा विभाग को दिए, लेकिन बरेली में शासन की मंशा परवान नहीं चढ़ सकी। बेटियों को गुड टच और बैड टच की ट्रेनिंग नहीं दी जा सकी, लेकिन बेसिक शिक्षा अभी से बेटियों को यह ट्रेनिंग कराने कराने की तैयारियों में जुट गया है।

बेटियां कर सकेंगी आत्मरक्षा

सपा सरकार ने लास्ट ईयर बेटियों को आत्मरक्षा का गुर सीखाने के लिए गुड टच और बैड टच ट्रेनिंग योजना लांच की थी। इसके तहत बेटियों को सीखाना था कि वह कैसे परखें कि जो व्यक्ति उनकी मदद कर रहा है। उसकी मंशा क्या है। इसके साथ ही कोई उनके शरीर के पांच अंगों को छूता है, तो उनके पेरेंट्स को बताना है। साथ ही उन्हें क्या-क्या सावधानियां बरतनी थी, यह भी ट्रेनर द्वारा बताना था, लेकिन ट्रेनर नहीं मिल पाने के कारण बीते साल बेसिक शिक्षा विभाग शासन की मंशा को अमलीजामा नहीं पहना सका। उधर, बेसिक शिक्षा विभाग का अभी से ट्रेनर की खोज में जुट गया है ताकि बेटियों को गुड टच और बैड टच की ट्रेनिंग दी जा सके।

वर्जन

गुड टच और बैड टच की ट्रेनिंग देने के लिए ट्रेनर की खोज अभी से शुरू कर दी है। बीते साल ट्रेनर नहीं मिल पाने के कारण शासन की मंशा परवान नहीं चढ़ सकी है।

आरबी माथुर, डीसी सर्व शिक्षा अभियान