-तीन गावों में हारे हुए पक्ष के लोगों ने की मारपीट

नवाबगंज : प्रधानी चुनाव के नतीजे सामने आने के साथ ही मारपीट का सिलसिला शुरू हो गया है। नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव खंजनपुर खंजनिया, लावाखेड़ा बद्रीप्रसाद व खिलचीपुर में मारपीट की घटनाएं हुई। पीडि़तों ने थाने पर तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार की है। तहरीर मिलने के साथ ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पहली घटना

नाक काट ली

नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव मे राम विलास व प्रेमराज दोनों भाइयों ने चुनाव लड़ा था। यहां के रामगोपाल ने राम विलास को चुनाव लड़ाया। राम विलास के जीतने के बाद वह उसके घर पर मंडे की सुबह जीत की बधाई देने गया था। रामगोपाल के अनुसार उसके घर पहुंचने के कुछ देर बाद प्रधान उसे घर छोड़कर गांव में चले गए। उनके जाने के बाद हारे हुए प्रेमराज के पुत्र अशोक ने उसे गालियां देने लगा उसने गालियां देने से मना किया तो उसने उसे पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान अशोक की मां भी वहां आ गई और उसे चप्पलों से पीटने लगी। अशोक ने उसे चारपाई पर गिराकर मुंह से रामगोपाल की नाक काट ली। चीख पुकार सुनकर एकत्र हुए ग्रामीणों ने किसी तरह बीच बचाव किया। रामगोपाल ने तहरीर देकर कार्यवाही की गुहार की। पुलिस ने रामगोपाल की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर मेडीकल के लिए भेज दिया।

दूसरी घटना

धारदार हथियार से बोला हमला

दूसरी घटना लावाखेड़ बद्रीप्रसाद में हुई। यहां के सालिकराम का आरोप है कि संडे को उसका बेटा रोहिताश, विजय व उसकी पत्‍‌नी घर पर थे। इसी दौरान गांव के ही प्रमोद कुमार, नीलाम्बर, वीरपाल, अमर सिंह उसके घर में लाठी डंडो के साथ ही धारदार हथियार लेकर घुस आए और गालियां देते हुए कहने लगे कि तुम लोगों ने हमे वोट नहीं दिया। इसी के चलते हम हार गए। घर पर मौजूद उसके बेटों व पत्‍‌नी ने जब गाली देने का विरोध किया तो उक्त लोगों ने मारपीट की। इस मारपीट में रोहिताश के कान के पास चोट लगी जिसके कारण उसे सुनाई भी नही दे रहा है। घटना की तहरीर थाने पर दी गई है।

तीसरी घटना

जान से मारने के लिए दौड़ाया

तीसरी घटना थाना क्षेत्र के गांव खिल्चीपुर में हुई। यहां के तोताराम का आरोप है कि उसने दीपचन्द को चुनाव लड़ाया था। मंडे सुबह वह अपने खेत पर जा रहा था। इसी बीच गांव के ही महेश चन्द्र, बृजलाल, द्वारिका प्रसाद ने जब वह उनके घर के सामने से गुजर रहा था उसे गालियां देने के साथ ही मारने की लिए दौड़ा लिए। उक्त लोगों को हमलावर होते हुए देखने के बाद वह भाग कर अपने घर आ गया। कुछ समय बाद महेश चन्द्र तलवार, बृजलाल तमंचा व द्वरिका प्रसाद डंडा लेकर उसके घर में घुस आए और उसे देखते ही पीटना शुरू कर दिया। उसकी पत्‍‌नी कमलेश उसे बचाने आई तो उसके साथ भी मारपीट की गई। शोर सुनकर आस पास के लोगों के आने पर सभी लोग जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।