थर्सडे को पहुंची थी घर

चोरी की वारदात के बिहारी पुर के मेवार राम राजो का तकिया में हुई थी। वारदात के बारे में परिवार को थर्सडे सुबह पता चला था। यहां पर झगड़े वाली मठिया के पास अफरोज का मकान है। अफरोज सउदी अरब में कारपेंटर का काम करते हैं। घर पर उनकी पत्नी गुलनार और दो छोटे बच्चे ही रहते हैं.  30 अप्रैल को अफरोज बरेली से सउदी अरब के लिए निकले थे। गुलनार अपने बच्चों के साथ उन्हें छोडऩे दिल्ली गई थीं। थर्सडे सुबह गुलनार अपने घर पहुंची। इसी बीच चोरी को अंजाम दिया गया था।

ताला तोड़ किया था प्रवेश

गुलनार के पड़ोस में उसका चचेरा भाई सादिक अपने परिवार के साथ रहता है। घर खाली होने का फायदा उठाते हुए सादिक ने 2 मई की रात छत के रास्ते गुलनार के घर में घुसा था। यहां उसने कारपेंटर के औजार से जीने का कुंडा तोड़ा और सेफ को काटकर उसमें रखी ज्वैलरी चुरा ली थी। पुलिस को शुरुआत में ही पड़ोसी या किसी जानकार पर शक जा रहा था।

चोरी का सारा माल बरामद

पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों का गुलनार के घर आना-जाना था। दोनों को उनके घर में रखे जेवरात के बारे में भी जानकारी थी। पुलिस का शक उस वक्त गहरा हो गया जब पूछताछ में सादिक के बयान विरोधाभासी लगे। इसके अलावा पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि दोनों अपने घर से भागकर कहीं जाने वाले हैं। संडे को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर चोरी का माल भी बरामद कर लिया।