-साढ़े नौ बजे से पहले फर्राटे भरने लगते हैं हैवी व्हीकल्स

-ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी पहले ही हो जाते हैं गायब

<-साढ़े नौ बजे से पहले फर्राटे भरने लगते हैं हैवी व्हीकल्स

-ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी पहले ही हो जाते हैं गायब

BAREILLY: BAREILLY: एक्सीडेंट रोकने के लिए सिटी में दिन में हैवी व्हीकल्स की नो एंट्री है और नाइट में एक फिक्स टाइम पर व्हीकल्स को एंट्री मिलती है। जबकि सिटी में हाल कुछ ऐसा कि वक्त से पहले ही नो एंट्री में हैवी व्हीकल्स को एंट्री मिल जाती है।

जबकि जिन्हें हैवी व्हीकल्स को रोकने की जिम्मेदारी गई है। वे अपनी ड्यूटी को करते ही नहीं हैं।

8:ब्भ् बजे ब्रेक हो जाता है रूल्स

गर्मियों और सर्दियों में नो एंट्री का टाइम अलग-अलग होता है। बरेली में क्भ् दिसंबर को सर्दियों में नो एंट्री का टाइम साढ़े नौ बजे से सुबह साढ़े 7 बजे तक रखा गया है। इस लिहाज से सिटी में साढ़े नौ बजे के बाद ही ट्रक व ट्रैक्टर-ट्राली को एंट्री मिलनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। सिटी में पौने नौ बजे से ही हेवी व्हीकल्स एंट्री कर लेते हैं और नौ बजे तक इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है।

सबसे ज्यादा श्यामगंज में प्रॉब्लम

नो एंट्री से पहले सिटी में एंट्री पाकर ट्रक श्यामगंज एरिया में जाते हैं। यहां पर छोटे वाहन भी गुजर रहे होते हैं। एक साथ दोनों और से ट्रक आने पर जाम लग जाता है और आम पब्लिक को काफी प्रॉब्लम होती है। इसके अलावा डेलापीर, कोहाड़ापीर, किला व अन्य एरिया में भी ट्रक एंट्री करते हैं।

पुलिस नहीं करती रोकटोक

सिटी में हैवी व्हीकल्स की नो एंट्री रोकने के लिए सैटेलाइट, श्यामगंज, डेलापीर, सौ फुटा रोड, संजय नगर तिराहा, मिनी बाईपास, व अन्य जगह पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन यहां पर समय से पहले ही ट्रैफिक पुलिस नदारद हो जाती है। हेवी व्हीकल्स को रोकने की जिम्मेदारी थाना पुलिस की भी होती है लेकिन वह ट्रैफिक पुलिस पर सारी जिम्मेदारी थोपकर अपना पल्ला झाड़ लेती है।

सुविधा शुल्क भी वजह

समय से पहले नो एंट्री में एंट्री मिलने के पीछे कहीं न कहीं पुलिस के पास पहुंचने वाला सुविधा शुल्क भी है। सिटी में जो भी वाहन रात में गुजरते हैं वे सभी व्यापारियों के होते हैं जो दुकान से सामान लोड व अनलोड करने आते हैं। सभी ट्रांसपो‌र्ट्स से पुलिस को एक फिक्स रकम दी जाती है। इसके अलावा कुछ ट्रकों को पुलिस बड़े लोगों की सिफारिश पर जाना अलाउ कर देते हैं। कुछ जगह तो दिन में भी नो एंट्री फालो नहीं होती है।