- हर महीने 1500 से अधिक मीटर हो रहे खराब

BAREILLY:

टेम्प्रेचर की मार ने बिजली विभाग के बिजली मीटर के भी होश उड़ा दिए हैं। हर महीने उपभोक्ताओं के घरों से सैकड़ों खराब मीटर उतर रहे है। ऊपर से बिजली के बढ़ते ओवरलोड ने विभाग के सामने और बढ़ी समस्या खड़ी कर दी है। एकाएक बढ़े बिजली के लोड और टेम्प्रेचर के मीटर समय से पहले ही दम तोड़ दें रहे हैं। धड़ाधड़ बिजली मीटर के खराब होने से विभाग टेंशन में आ गया है।

ज्यादा हिट होना बनी मुसीबत

एक्सपर्ट का कहना है कि बिजली मीटर की लैब में टेस्टिंग एक फिक्स टेम्प्रेचर पर की जाती है। लेकिन, इस समय 41.5 डिग्री सेल्सियस पहुंचे मैक्सिमम टेम्प्रेचर और 20 मेगावॉट तक बढ़े ओवरलोड ने मीटर को करारा झटका देना शुरू कर दिया है। क्योंकि, बिजली मीटर ज्यादा हीटिंग को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और खराब हो जा रहे हैं। ज्यादातर मीटर में नो डिस्प्ले की समस्या आ रही है। मीटर के स्क्रीन पर कुछ दिखायी ही नहीं पड़ रहा है। ठंड के मुकाबले इस समय ज्यादा मीटर खराब हो रहे हैं।

1500 मीटर हुए खराब

सबसे अधिक पुराने लगे मीटर खराब हो रहे हैं। वह थोड़ा सा भी टेम्प्रेचर और ओवरलोड की मार नहीं झेल पा रहे हैं। बिजली विभाग के तीनों डिवीजन की बात करें तो मार्च में 1500 खराब मीटर उपभोक्ताओं के घरों से उतार कर नए मीटर्स लगाए गए। अप्रैल में यह आंकड़ा और भी अधिक होने की उम्मीद जतायी जा रही है। बिजली टेस्टिंग लैब में तीनों डिवीजन से उतारे गए मीटर्स की रिपोर्ट पहुंचने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

उपभोक्ता भी कम जिम्मेदार नहीं

मीटर खराब होने के पीछे उपभोक्ता भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। क्योंकि, उन्होंने बिजली का कनेक्शन तो दो किलोवॉट का ले रखा है। उसी हिसाब से मीटर भी लगे हुए हैं। लेकिन, गर्मी की मार से बचने के लिए एसी, कूलर, फैन सहित अन्य इलेक्ट्रिकल उपकरण चला कर बिजली मीटर पर एक्स्ट्रा लोड डाल दिया है। ऊपर से टेम्प्रेचर से घरों के बाहर लगे मीटर और हिट हो जा रहे है। जो की मीटर खराब होने में सहायक साबित हो रहे हैं।

बॉक्स

स्लीप पर लिखे इन बातों का ध्यान दें

एमयू - बिल सही है

आईडीएफ - मीटर खराब है

एडीएफ - मीटर खराब है

आरडीएफ - गलत रीडिंग

सीडीएफ - बिजली बिल 14 गुना अधिक दर्शाता है

पिछले कुछ महीनों में हर महीने एक हजार से अधिक खराब मीटर लोगों के घरों से उतर रहे हैं। जिनके बदले नए मीटर लगाए जाते हैं। सबसे अधिक नो डिस्प्ले की दिक्कत आ रही है।

एसके वैश्य, एक्सईएन, मीटर सेक्शन, बिजली विभाग