कामन इंट्रो
कोरोना काल में हर इंडस्ट्रीज को झटका दिया है। बिजनेसमैन को करोड़ों का जहां नुकसान झेलना पड़ा तो कई लोगों की जॉब से भी हाथ धोना पड़ा। अनलॉक के बाद कई इंडस्ट्रीज धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है हालांकि हालत सामान्य होने में तो अभी भी वक्त लगेगा। लेकिन एक इंडस्ट्री ऐसी है जो अभी भी लगभग ठप पड़ी हुई है। या रिकवरी की रफ्तार बेहद स्लो है। इसमें होटल एंड कैटरिंग इंडस्ट्री, कहने को तो सिर्फ एक ही इंडस्ट्री है लेकिन कई तरह के बिजनेस इससे जुड़े हुए हैं। शादी पार्टी, सेलिब्रेशन, और पार्टीज बेहद कम होने से कैटरिंग, टैंट, फूल, आर्केटस्ट्रा वालों के पासा मार्च माह से कोई बुकिंग ही नहीं है। इससे इस पूरी इंडस्ट्री की बात करें तो सालाना करीब 2000 करोड़ रुपए से अधिक का बिजनेस करते थे लेकिन कोरोना के बाद से यह इंडस्ट्री अब तक 50 परसेंट लॉस भी रिकवर नहीं कर पाई हैं। इससे ज्यादा लोग काम बंद कर चुके हैं। ऐसे में इंडस्ट्री को नवराऋत्र और इसी माह के शुरू होने वाले फेस्टिव सीजन से बड़ी उम्मीद है।
टेंट हाउस व बैंड
250-सिटी में टेंट हाउस
-20 करोड़ से अधिक का होता था कारोबार
शहर में टेंट हाउस और बैंड बाजे की बात करें तो इससे दर्जनों की संख्या में बेरोजगारों को रोजगार मिलता था। शहर के आसपास के लोग भी शहर आकर ही बुकिंग भी करते थे। लेकिन जब से लॉकडाउन शुरू हुआ तब से पूरा कारोबार ही चौपट हो गया है। अब अनलॉक में व्यापारी राहत की उम्मीद जता रहे हैं।
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फूल एंड डेकोरेटर्स
260-से अधिक हैं शहर में डोकोरेटर्स
6-करोड़ से अधिक का होता था करोबार
फूल और कारोबारियों की बात करें तो शहर में करीब 260 छोटे बड़े कारोबारी इस कारोबार से जुड़े हुए हैं। लेकिन लॉकडाउन से पूरा कारोबार ही चौपट चल रहा है। अब अनलॉक-5 में जब शादियों का सीजन शुरू होने वाला है और नवरात्र भी आने वाले तो कुछ उम्मीद लग रही है कि बिजनेस ठीक चलेगा। लेकिन इस वक्त तो कोरोना के चलते लोग कम ही काम निकल रहा है।
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कैटरर्स
240-करोड़ का नुकसान हुआ है कैटरिंग इंडस्ट्री को
500-से अधिक शहर में कैटरर्स
शहर में कैटरर्स का काम सबसे अधिक शादियों के सीजन में निकलता था। एक शादी की औसतन बात करें तो कम से कम 500 लोगों की बुकिंग होती थी। सभी कैटरर्स मैन्यू और टेस्ट के हिसाब से रेट तय करते थे .लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी शदियां हुई लेकिन उनकी बुकिंग नहीं हो सकी। अभी भी 100 लोगों की ही बुकिंग आ रही है।
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बैंक्वेट हाल
180-मेरिज हाल है शहर
200-करोड़ से अधिक का होता था कारोबार
अनलॉक-5 में जब 200 मेहमानों के साथ समारोह करने के लिए अनुमति मिली है तो कुछ उम्मीद जागी है। इससे बुकिंग तो आनी शुरू हुई है लेकिन इस बार अब नवम्बर और दिसम्बर में सीजन कम होने के कारण बिजनेस काफी नुकसान में रहेगा.जबकि हर बार अप्रैल मई जून और जुलाई में ही अच्छा बिजनेस हो जाता था।
बोले बिजनेस मैन
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लॉकडाउन से डेकोरेशन का काम अभी तक ठप पड़ा हुआ है। शुारू होने की अभी तक कोई उम्मीद दिखाई भी नहीं दे रही है। कोरोना काल में जो फूल आ रहे है वह भी कस्टमर्स नहीं आने की वजह से सूख रहे है।
कमल बाबू, फूल डेकोरेटर्स
-बैंक्वट हाल कोरोबारियों का लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक नुकसान हुआ है.इसके साथ जो लोग इस कारोबार में डेली का रोजगार पाते थे वह भी बेरोजगार हो गए हैं। अब सरकार से जो राहत मिली है उससे आने वाले समय में बिजनेस में सुधार होगा।
गोपेश कुमार अग्रवाल, अध्यक्ष बैंक्वट हाल एसोसिएशन
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-मार्च के बाद से बिजनेस एकदम जीरो हो गया। कई टेंट कारोबारियों ने तो अपना सामान बेचकर परिवार का गुजारा किया। 36 वर्ष से कारोबार कर रहा हूं इस दौरान मंदी तो देखी लेकिन इस तरह कभी खाली नहीं बैठा।
ओम मेहरा, जिला अध्यक्ष टेंट हाउस एसोसिएशन
-लॉकडाउन के दौरान से बंद हुआ कारोबार अभी तक शुरू नहीं हो सका है। अभी भी जो बुकिंग आ रही है उसमें भी 100 लोगों से अधिक की बुकिंग नहीं हो पा रही है। इससे तो खर्च निकलना भी मुश्किल हो रहा है। कैटर्स के काम में तो कम से कम 500 लोगों का काम मिले तो ठीक है वर्ना तो खर्च भी नहीं निकलता है।
यूडी खोलिया, कैटर्स