-संस्थान के एमडी उदय शंकर अवस्थी ने किया परियोजना का शुभारंभ
BAREILLY
इफको आंवला ने रुहेलखंड का सबसे बड़ा रूफ टॉप सोलर प्लांट 2.2 मेगावॉट क्षमता का लगाया है, जिसमें सात हजार पैनल लगे हैं। इससे साल में 32 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। मौजूदा समय में 1.2 मेगावॉट के सोलर प्लांट से डेली 500 हजार यूनिट बिजली जेनरेट की जा रही है जिसका प्रयोग इफको अपनी जरूरत के लिए कर रहा है। यह जानकारी इफको के एमडी डा। उदय शंकर अवस्थी ने थर्सडे को प्रेसवार्ता में दी। इससे पहले उन्होंने परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में 20 दिव्यांगों को कृत्रिम अंग दिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एमडी इफको डॉ। अवस्थी थे। इसकी अध्यक्षता कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने की।
विलुप्त होती प्रजातियों के लगाएं पौधे
एमडी डॉ। अवस्थी ने कहा कि परम्रागत पौधे लुप्त हो रहे है। इन्हें संरक्षित करने का जिम्मा इफको ने उठाया है। इस क्रम में 50 एकड़ में 50 ऐसे पौधे लगाए जाएंगे जिनकी प्रजाति विलुप्त हो रही है। वह किसान को इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं कि वह इन पौधों को लगाकर मुनाफा कमा सकते हैं। नीम के एक पेड़ से हर साल औसतन 40 किग्रा निबौरी प्राप्त होती है जिसे इफको15 रुपए प्रति किग्रा की दर से खरीदता है। नीम कोटेड यूरिया के चलते नीम के तेल की डिमांड बढ़ी है। इसके लिए एफआरआई की मदद से इफको शोध परियोजना चला रहा है। नीम के ऐसे पौधे डेवलप किए जा रहे हैं, जो प्रति वर्ष 2.5 मीटर बढ़ते हैं और उनसे 40 किग्रा निबौरी से 67.2 प्रतिशत तेल प्राप्त किया जा सकेगा। इस मौके पर योगेंद्र कुमार निदेशक विपणन, जीके गौतम वरिष्ठ महाप्रबंधक, आईसी झा महाप्रबंधक व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।